पाबंदी के बावजूद मछलियों का आखेट

मंडी : प्रदेश भर में पहली जून से 31 जुलाई तक ब्रीडिंग सीजन होने के कारण मछलियों के शिकार पर पूरी तरह

By Edited By: Publish:Tue, 28 Jun 2016 08:56 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jun 2016 08:56 PM (IST)
पाबंदी के बावजूद मछलियों का आखेट

मंडी : प्रदेश भर में पहली जून से 31 जुलाई तक ब्रीडिंग सीजन होने के कारण मछलियों के शिकार पर पूरी तरह से रोक है। इसके बावजूद मंडी में धड़ल्ले से मछलियों का आखेट हो रहा है। मंडी शहर से गुजर रही सुकेती खड्ड व ब्यास नदी में रात दिन मछलियों का शिकार कई तरीकों से हो रहा है। कांटा लगाकर दिनभर नदी व खड्ड के किनारे यह काम चल रहा है। पर्यावरण प्रेमी नरेंद्र सैनी का कहना है कि सुकेती खड्ड के अलावा शाम होते ही ब्यास नदी के किनारे विक्टोरिया पुल के पास मछलीमार सक्रिय हो जाते हैं। नेट फाई और दवाईयां डालकर बेरहमी से मछलियों का शिकार किया जा रहा है जबकि यह सीजन मछलियों के अंडे देने का है। इससे नदी नालों में मछलियों की तादाद बढ़ती है। उन्होंने उपायुक्त को पत्र लिख मछलियों के आखेट पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है। सहायक निदेशक मत्स्य मंडी महेश कुमार का कहना है कि दो महीने तक मछलियों को पकड़ने मारने पर पूरा प्रतिबंध लगा हुआ है। चोरी छिपे कुछ लोग इसे अंजाम दे रहे हैं। ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए गश्त बढ़ाई जा रही है।

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