1000 रुपये में 800 लीटर पानी पहुंच रहा गांव तक
कई दिनों से पेयजल न मिलने के कारण करीब चार किलोमीटर दूर देवरी खड्ड से पिकअप जीप में एक हजार रुपये किराया देकर 800 से 1000 लीटर पानी खरीदने को मजबूर हैं।
आनी, जेएनएन। आनी के कई इलाकों में पेयजल समाया ने विकराल रूप धारण कर लिया है। कही पर लोगों को 10 दिनों बाद पेयजल पहुंच रहा है तो कहीं लोग पिकअप जीप का कराया देकर पेयजल की जरूरत को पूरा करने में जुटे हैं। आइपीएच के आनी मंडल के दलाश सबडिवीजन के तहत थबोली, शाई, कष्टा के लोगों को पिछले कई दिनों से पेयजल न मिलने के कारण करीब चार किलोमीटर दूर देवरी खड्ड से पिकअप जीप में एक हजार रुपये किराया देकर 800 से 1000 लीटर पानी खरीदने को मजबूर हैं।
इस पानी से ग्रामीण केवल प्यास बुझा पा रहे हैं, जबकि शौच और पशुओं के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को पशुओं को खदेड़ने पर मजबूर हैं। वहीं, गुलाब ठाकुर, एलआर अग्रवाल,राज कुमार, बालक राम, चमन शर्मा सहित सैकड़ों लोगों का कहना है कि विभागीय लापरवाही के चलते गाडाघराट से टिकराजान को जाने वाली पेयजल लाइन को अवैध रूप से पंक्चर किया है और लोगों ने कनेक्शन लेकर बगीचों की ¨सचाई कर रहे हैं।
विडंबना यह है कि गाड़ाघराट से टिकराजान के नाम से बनाई गई पेयजल योजना के आखिरी गांव टिकराजान में आज तक इस योजना से पर्याप्त पानी नहीं मिला। पानी के स्त्रोत में काफी पानी है, पर इसे बांटने की व्यवस्था ठीक नहीं है साथ ही जगह-जगह से पाइप को पंक्चर किया गया है। पेयजल के इन्टेक टैंक में पेयजल भरने के बाद ओवर फ्लो का पर्याप्त पानी दलाश-शुश-मुंगरी लाइन में जोड़ दिया जाए तो भी दोनों लाइन में पर्याप्त पेयजल होगा। जबकि गाड़ाघराट से टिकराजान पेयजल लाइन से यदि अवैध कनेक्शन हटा दिए जाएं और पेयजल लाइन से 24 गांवों को प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। खुद लाइन का मुआयना कर रहा हूँ।
यह सही है कि इस लाइन को जगह जगह पंक्चर करके बगीचों में ¨सचाई की जा रही है। ऐसे लोगों को विभाग कार्रवाई करने से पहले अवैध कनेक्शन काटने की चेतावनी देगा। न मानने वाले के घर का कोनेक्शन ही विभाग काट देगा। नरेंद्र नेगी, एसडीओ, आइपीएच दलाश ग्रामीण अपनी समस्या को लेकर मेरे कार्यालय पहुंचे हैं। आइपीएच विभाग से बात की जाएगी कि उपरोक्त लाइन के स्त्रोत के साथ छेड़खानी न की जाए।
चेत सिंह, एसडीएम, आनी