विस्थापितों को सिवाय आश्वासन के अभी तक कुछ नहीं मिला : योगेंद्र कपिला

जिला सिरमौर के संगड़ाह उपमंडल मुख्यालय के ग्राम सियूं में श्रीरेणुकाजी बांध जन संघर्ष समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विस्थापितों की मांगों और समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। विस्थापितों में सरकार व प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।

By Richa RanaEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 04:15 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 04:15 PM (IST)
विस्थापितों को सिवाय आश्वासन के अभी तक कुछ नहीं मिला : योगेंद्र कपिला
श्रीरेणुकाजी बांध जनसंघर्ष समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला की अध्यक्षता में हुई

नाहन, जागरण संवाददाता। जिला सिरमौर के संगड़ाह उपमंडल मुख्यालय के ग्राम सियूं में श्रीरेणुकाजी बांध जन संघर्ष समिति की बैठक समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विस्थापितों की मांगों और समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। समिति अध्यक्ष योगेंद्र कपिला ने बताया कि गत दिसंबर माह में जिलाधीश सिरमौर एवं पांच जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ हुई बैठक के बाद अभी तक संघर्ष समिति को मात्र आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है। इसके चलते विस्थापितों और समिति में सरकार व प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है।

उन्होंने कहा कि संघर्ष समिति उम्मीद लगाए बैठी थी कि मुख्यमंत्री उनकी मांगों को अवश्य पूरा करेंगे। मगर अभी तक विस्थापितों की किसी भी समस्या पर गौर नहीं किया गया। कपिला ने कहा कि बहुआयामी श्रीरेणुकाजी बांध परियोजना का शिलान्यास देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है। बांध प्रबंधन ने भी निर्माण संबंधी सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई है। अब मात्र ग्लोबल टेंडर लगाए जाने बाकी है। बांध प्रबंधन और सरकार विस्थापितों की समस्याओं को पूरा किए बगैर आगामी कार्रवाई करने की फिराक में है। मगर बांध जन संघर्ष समिति जब तक विस्थापितों की समस्याओं का हल नहीं हो जाता, तब तक संघर्ष करती रहेगी।

उन्होंने कहा कि गिरिपार को जनजातीय क्षेत्र घोषित करवाने के लिए हाटी समिति पिछले लंबे समय से संघर्ष कर रही है। श्रीरेणुकाजी बांध जन संघर्ष समिति भी हाटी समिति को अपना पूर्ण समर्थन एवं सहयोग देगी। समिति के सह संयोजक पूरन चंद शर्मा ने बांध प्रबंधन की ढुलमुल नीति पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि वह विस्थापितों की समस्याओं को सुलझाने की बजाए और अधिक जटिल बना रहे हैं। बैठक में समिति के पदाधिकारी एवं सदस्य योगेश ठाकुर, ब्रह्मदत्त शर्मा, मदन सिंह अत्री, विक्रम सिंह, दर्शन सिंह, मस्तराम, जोधा राम, रणदीप सिंह, सुशील कुमार, रमेश, रघुवीर, सुरेंद्र चौहान, रुद्री दत्त शर्मा, नागेंद्र कमल, विजय आजाद आदि उपस्थित रहे।

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