अच्छी नस्ल के मेंढे देने के लिए बनेगी योजना

संवाद सहयोगी पालमुपर वूल फेडरेशन के निदेशक मंडल की 87वीं बैठक की अध्यक्षता करते ह

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 08:52 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 08:52 PM (IST)
अच्छी नस्ल के मेंढे देने के लिए बनेगी योजना
अच्छी नस्ल के मेंढे देने के लिए बनेगी योजना

संवाद सहयोगी, पालमुपर : वूल फेडरेशन के निदेशक मंडल की 87वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने कहा कि जयराम सरकार भेड़ पालकों के विकास के प्रयास कर रही है। यह सौभाग्य है कि प्रदेश के घुमंतू भेड़ बकरियां पूर्णतया जैविक है, क्योंकि प्रदेश के ऊंचे चारागाहों में उत्तम किस्म की घास व जड़ी बूटियों के कारण इनका मांस पौष्टिक होता है। उन्होंने जैविक दृष्टि से ब्रांडिग करके इसके विपणन को ऊंचे पायदान पर लाने पर बल दिया, ताकि यह व्यवसाय लाभदायक रहे और पशु पालक भी खुशहाल हो सकें। भेड़ पालकों को अच्छी किस्म के मेंढे उपलब्ध हों, इस बारे में एक कार्य योजना तैयार की जाएगी, ताकि भेड़ की ऊन में गुणवत्ता के साथ मांस का भी उत्पादन बढ़ सके।

उन्होंने पशुपालन मंत्री की भेड़पालन क्षेत्र के विकास में विशेष रुचि लेने की सराहना करते हुए बताया कि केंद्र सरकार से पशुपालकों के हित में लाई जाने वाली हर योजना महत्वपूर्ण है।

पहली बार बैठक में पशु पालन के विभिन्न मुद्दों के अलावा भेड़ बकरी पालन से संबंधित अहम मुद्दों पर चर्चा की गई तथा निर्णय लिया कि भेड़ पालकों को ऊन कातने में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए एक बार पुन: शीप शेयररों के 15 पद भरने के लिए वूल फेडरेशन को स्थायी अनुदान सहायता के लिए सरकार से अनुशंसा की जाएगी।

त्रिलोक कपूर ने पशुपालन विभाग से आग्रह किया कि भेड़ तथा बकरी के मांस के लिए एक पायलट परियोजना पीपीई मोड में चलाई जाए, ताकि भेड़ पालकों को अच्छे दाम मिल सकें।

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