प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन एसोसिएशन ने तपोवन में सरकार का घेराव करने की दी चेतावनी, रखी ये मांगें

Trained Unemployed Library Association हिमाचल प्रदेश सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले अगर प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की नियुक्तियां नहीं कीं तो तपोवन में प्रदर्शन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ के प्रदेश सचिव किशोरी लाल ने जवाली में आयोजित बैठक के दौरान यह चेतावनी दी।

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 01:58 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 01:58 PM (IST)
प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन एसोसिएशन ने तपोवन में सरकार का घेराव करने की दी चेतावनी, रखी ये मांगें
विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले अगर प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की नियुक्तियां नहीं कीं तो तपोवन में प्रदर्शन किया जाएगा।

जवाली, संवाद सूत्र। Trained Unemployed Library Association, हिमाचल प्रदेश सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले अगर प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियनों की नियुक्तियां नहीं कीं तो तपोवन में प्रदर्शन किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित बेरोजगार लाइब्रेरियन संघ के प्रदेश सचिव किशोरी लाल ने जवाली में आयोजित बैठक के दौरान यह चेतावनी दी। संघ प्रदेश सचिव किशोरी लाल ने कहा सरकार ने लाइब्रेरियनों के पदों को बैचवाइज नहीं बल्कि कमीशन के आधार पर भरने का निर्णय लिया है, जो तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरियन के पदों को 35 प्रतिशत बैचवाइज, 50 प्रतिशत कमीशन तथा 15 प्रतिशत पदोन्नति चैनल में रखा जाए।

उन्होंने कहा अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो शिक्षा विभाग में यह नियम सभी पर लागू होगा। उन्होंने कहा आज तक 20 हजार लाइब्रेरियन प्रशिक्षण के 20 साल बीत जाने के उपरांत भी रोजगार की आस में बैठे हैं। लेकिन सरकार का इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में स्कूलों में 1123 पद लाइब्रेरियनों के रिक्त चल रहे हैं। लाइब्रेरियनों के पद रिक्त होने से लाइब्रेरियों में पड़ी किताबें धूल फांक रही हैं। उन्होंने कहा कि मार्च 2021 में प्रदेश की सरकार ने स्कूलों में 771 पद लाइब्रेरियनों के भरने की बात कही थी। लेकिन आजतक इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है।

उन्होंने कहा कि अभी भी सरकार लाइब्रेरियनों को प्रशिक्षण करवा रही है लेकिन अगर रोजगार ही नहीं देना है तो प्रशिक्षण करवाने का क्या औचित्य है। उन्होंने कहा कि कई प्रशिक्षित लाइब्रेरियन तो आयु सीमा को पार कर चुके हैं और कई आयु सीमा पार करने की कगार पर हैं।

संघ प्रदेश सचिव किशोरी लाल ने कहा कि बैंकों से कर्ज लेकर प्रशिक्षण किया था लेकिन रोजगार न मिलने के कारण बैंक का कर्ज नहीं चुका पाए। अधिकतर लाइब्रेरियन तो दिहाड़ी लगाकर परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विस सत्र शिमला में चला हुआ है तथा सरकार इस ओर भी ध्यान दे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने अतिशीघ्र लाइब्रेरियनों के पदों को नहीं भरा तो आने वाले विस चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने संघ की मांगों को अनदेखा किया तो तपोवन में हिमाचल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जाएगी तथा घेराव किया जाएगा।

इस मौके पर जिला अध्यक्ष अंजना देवी, सलाहकार वीरेंद्र खीरी, संजय धीमान, दीपक धीमान, रिंकू गुलेरिया, महेंद्र मन्हास, ममता चौधरी, सुरेखा धीमान, संजय, बिट्टू सहित अन्‍य मौजूद रहे।

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