कांग्रेस के सात पार्षद होने के बावजूद, जवाली में नहीं बन पाए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष

आखिरकार नगर पंचायत जवाली में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए पार्षदों की सहमति न होने से जवाली कांग्रेस की काफी फजीहत हुई है। कांग्रेस की सात पार्षदों में से एक पार्षद मीनू रवि कुमार ने भी वॉकआउट कर दिया।

By Richa RanaEdited By: Publish:Mon, 18 Jan 2021 03:34 PM (IST) Updated:Mon, 18 Jan 2021 03:34 PM (IST)
कांग्रेस के सात पार्षद होने के बावजूद, जवाली में नहीं बन पाए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष
जवाली में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए पार्षदों की सहमति न होने से जवाली कांग्रेस की फजीहत हुई है।

जवाली, जेएनएन। आखिरकार नगर पंचायत जवाली में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए पार्षदों की सहमति न होने से जवाली कांग्रेस की काफी फजीहत हुई है। नगर पंचायत जवाली में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए 9 में से सात पार्षदों का होना अनिवार्य था, लेकिन 6 ही पार्षद चुनाव में रह गए।

कांग्रेस की सात पार्षदों में से एक पार्षद मीनू रवि कुमार ने भी वॉकआउट कर दिया। एसडीएम जवाली कृष्ण कुमार शर्मा ने सात पार्षदों का चुनाव में होना अनिवार्य बताया और चुनाव को रद्द कर दिया। एक बार फिर से अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर सहमति न बनने से जवाली नगर पंचायत में भी गुटबाजी नजर आई है। अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले पांच सालों में भी विकास के क्षेत्र में नगर पंचायत जवाली पिछड़ कर रह जाएगा। इसके अलावा पहले चरण के पंचायती चुनाव के परिणामों में भी कांग्रेस काफी पिछड़ गई है।

अब देखना अहम है कि आने वाले समय में कांग्रेस कौन सी चाल चलती है। इस बारे में एसडीएम कृष्ण कुमार शर्मा ने कहा कि नगर पंचायत में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव के लिए 9 में से सात पार्षदों का होना अनिवार्य है लेकिन सोमवार को 6 ही पार्षद मौजूद हुए जिस कारण चुनाव को रद्द कर दिया गया है। अब बुधवार को चुनाव होगा।

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