Himachal Election 2022:हार को देख बौखलाहट में अरूण मेहरा कर रहे अनापशनाप बयानबाजी: मानसिंह चौधरी

नगरोटा बगवां ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मानसिंह चौधरी ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि किसी भी राजनीतिक दल का प्रत्याशी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बलबूते विजय परचम लहराने में कामयाब होता है। कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ की हड्डी होती है।

By rajinder dograEdited By: Publish:Sat, 26 Nov 2022 04:50 PM (IST) Updated:Sat, 26 Nov 2022 04:50 PM (IST)
Himachal Election 2022:हार को देख बौखलाहट में अरूण मेहरा कर रहे अनापशनाप बयानबाजी: मानसिंह चौधरी
भाजपा प्रत्याशी अरुण मेहरा द्वारा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गुंडों की संज्ञा देकर घोर अपमान किया गया है।

नगरोटा, संवाद सहयोगी। नगरोटा बगवां ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मानसिंह चौधरी ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि किसी भी राजनीतिक दल का प्रत्याशी कार्यकर्ताओं की मेहनत के बलबूते विजय परचम लहराने में कामयाब होता है। कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ की हड्डी होती है। भाजपा प्रत्याशी अरुण मेहरा द्वारा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गुंडों की संज्ञा देकर घोर अपमान किया गया है। कार्यकर्ता सिर्फ कार्यकर्ता ही होता है चाहे वह किसी भी राजनीतिक विचारधारा से जुड़ा हुआ हो इसलिए उसका मान सम्मान किया जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति इस प्रकार की भाषा का प्रयोग कर अरुण मेहरा ने उनके माता-पिता का भी अपमान किया है। जिसके लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी होगी।

अरुण मेहरा हार को सामने देख हताश एवं निराशाजनक बयानबाजी करने पर उतर आए हैं

कांग्रेस पार्टी भाजपा के कार्यकर्ताओं का भी पूरा मान सम्मान करती है। कार्यकर्ता राजनीतिक दल से जुड़े अपने प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित बनाने के लिए दिन रात एक करते हैं। अरुण मेहरा विधानसभा चुनावों में मिल रही हार को सामने देख हताश एवं निराशाजनक बयानबाजी करने पर उतर आए हैं। पूर्व मंत्री जीएस बाली के प्रति जिस प्रकार से निम्न भाषा का प्रयोग किया जा रहा है वह उनकी मानसिकता को दर्शाता है। अरुण मेहरा द्वारा यह कहना कि पूर्व मंत्री जीएस बाली के पास बिजली का बिल जमा करवाने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे यह उनके राजनीतिक नजरिए को दर्शाता है।

ये रहे मौाजूद

जीएस बाली ने चुनाव लड़ने से पूर्व राज होटल एवं रुचि कुकर फैक्ट्री खड़ी की थी। जीएस बाली द्वारा कारोबार में की गई मेहनत विरोधियों से देखी नहीं जा रही। माता की चुनरी आस्था का प्रतीक होती है, लेकिन अरुण मेहरा द्वारा उसे एक कफ़न की संज्ञा देकर माता चामुंडा के प्रति जुड़े लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई गई है। अरुण मेहरा द्वारा की जा रही अनाप-शनाप बयानबाजी चुनावी हार को सामने देखकर बौखलाहट को दर्शा रही है। इस मौके पर प्रताप रियाड,. अरुण कटोच, मदन चौधरी, रविंदर सैनी, सुमित्र मसंद, कुलदीप धीमान आलोक, हजारा सिंह. ग्राम पंचायत मलां के प्रधान सुनील कुमार जोनू. तथा अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

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