Coronavirus: 35 हजार का पोर्टेबल डिसइंफेक्शन बॉक्स एक मिनट में करेगा सामान को कोरोना मुक्त
Coronavirus मात्र 35 हजार का पोर्टेबल डिसइंफेक्शन बॉक्स अब सामान से कोरोना वायरस का खतरा कम करने का काम करेगा।
मंडी, हंसराज सैनी। मात्र 35 हजार का पोर्टेबल डिसइंफेक्शन बॉक्स अब सामान से कोरोना वायरस का खतरा कम करने का काम करेगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आइआइटी) मंडी के शोधकर्ताआें अल्ट्रावायलेट सी (यूवीसी) प्रकाश आधारित पोर्टेबल डिसइंफेक्शन बॉक्स विकसित किया है। यह वॉलेट (पर्स), चाबी, चश्मे, बैग, कूरियर के पैकेज आैर पार्सल आदि मेटल, प्लास्टिक आैर कार्ड बोर्ड की चीजाें को असंक्रमित करने में कारगर हथियार साबित होगा।
कोविड-19 से लड़ने के लिए सबसे जरूरी इसके संक्रमण का खतरा कम करना है। यह वायरस एेसी चीजाें की सतहाें पर 3 दिन तक रह सकता है। यूवीसी लाइट का कोविड-19 वायरस से मिलते वायरस को असक्रिय करने में उच्चस्तरीय प्रदर्शन रहा है। इससे स्वस्थ लोगाें में संक्रमण का खतरा कम होगा। कामकाज की जगहाें पर वस्तुआें के लाने ले जाने के दौरान सभी सतहाें को कीटाणुरहित करने का यह उत्कृष्ट उपकरण साबित होगा।
कैसे काम करेगा बॉक्स
बॉक्स की संरचना यूवीसी आेपेक कवर फ्रेम से की गई है। इसमें लकड़ी के बोर्ड (फर्नीचर ग्रेड) से बना क्यूबॉइड कंटेनर है, इसमें दो परत की अल्यूमीनियम फ्वॉयल कोटिंग है जो यूवीसी लाइट को बाहर जाने से रोक देगा। इसमें निर्धारित रेटिंग के दस यूवीसी लैंप का उपयोग कर वस्तु की सतहाें पर यूवीसी प्रकाश डाला जाएगा। लैंप में स्वचालित टाइमर कंट्रोल लगाया गया है। वह वस्तु के हिसाब से नियंत्रित मात्रा में यूवीसी प्रकाश डालेगा। अाइआइटी मंडी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के सहायक प्रोफेसर डॉ. हिमांशु पाठक आैर डॉ. सनी जफर ने नोवल कोरोना-19 वायरस का संक्रमण रोकने में यूवीसी लाइट की क्षमता को पहचाना। जिस प्रोटोटाइप का विकास किया है वह निर्जीव वस्तुआें जैसे कुरियर पैकेट,यात्रा बैग, मुद्रा, पर्स, कलाई घड़ी, मोबाइल फोन, लैपटॉप, किताबें, स्टेशनरी आदि को संक्रमण मुक्त करने में सक्षम है। यूवीसी डिवाइस के लिए आइएसआे 15858: 2016 मानक के अनुसार आेजोन फ्री यूवीसी लैंप (254 एनएम वेवलेंथ के साथ) का उपयोग किया गया है।
सामान को एक मिनट में करेगा संक्रमण मुक्त
उपकरण के उपयोग से इंसान पर एक्सपोजर का खतरा न के बराबर होगा। प्रोटोटाइप हर प्रकार के मेटल, प्लास्टिक आैर कार्ड बोर्ड प्रोडक्ट को यूवीसी प्रकाश से एक मिनट के अंदर बैक्टीरिया आैर सार्स कोविड वायरस के संक्रमण से मुक्त करेगा।
ये शोधकर्ताओं की टीम
डॉ. हिमांशु पाठक व डॉ. सनी जफर सहायक प्रोफेसर स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग, डॉ. हितेश श्रीमाली, एसोसिएट प्रो. स्कूल ऑफ कंप्यूटिंग एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, डॉ. प्रोसेनजीत माेंडल, एसोसिएट प्रो. स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज व डॉ. अमित प्रसाद, सहायक प्रो. स्कूल ऑफ बेसिक साइंसेज आइआइटी मंडी।
40 सेकेंड में करेगा एस्चेरिचिया कोलाई व स्टेफिलोकोकस ऑरियस बैक्टीरिया का खात्मा
शोधकर्ताओंं ने इस प्रोटोटाइप का परीक्षण एस्चेरिचिया कोलाई व स्टेफिलोकोकस ऑरियस पर भी किया है। प्रोटोटाइप से यूवीसी प्रकाश पड़ने के 40 सेकेंड के अंदर दोनाें किस्म के जीवाणु को मारने में 99 प्रतिशत सक्षमता दिखी है। परीक्षण में यह भी पाया कि यूवीसी लैंप की वजह से असंक्रमित की गई चीजें गर्म नहीं हुई हैं।
पैरचलित हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर
संस्थान के तकनीकी सहायक (सिविल) नविश शर्मा, तिलकराज आैर हंसराज के साथ मिलकर कम लागत पर पैर चलित हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर विकसित किया है। इसमें सैनिटाइजर की बोतल की सतह जो संक्रमित हो सकती हैै, उसे हाथ नहीं लगाना होगा। इस डिस्पेंसर में स्प्रिंग से रीइन्फोर्स किया फुट पैडल लगार एक पाइप युक्त होल्डर से जोड़ा गया है। होल्डर में सैनिटाइजर की बोतल रखी होगी। फुट पैडल दबाने पर सैनिटाइजर होल्डर ऊपर आएगा आैर एक गलास कैप बोतल के हेड को दबाएगा। इस इनोवेशन की लागत 1,400 रुपये से कम है। इसे आइआइटी मंडी परिसर के विभिन्न हिस्साें में लगाया जा रहा है।