समय पर कोरोना रिपोर्ट न मिलने पर युवाओं का हंगामा

संवाद सहयोगी चंबा मेडिकल कॉलेज चंबा में कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट समय पर न मिलने से खफ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 06:01 PM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 06:01 PM (IST)
समय पर कोरोना रिपोर्ट न मिलने पर युवाओं का हंगामा
समय पर कोरोना रिपोर्ट न मिलने पर युवाओं का हंगामा

संवाद सहयोगी, चंबा : मेडिकल कॉलेज चंबा में कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट समय पर न मिलने से खफा युवाओं ने शुक्रवार खूब हंगामा किया। भर्ती के अवसर को हाथ से निकलता देख युवाओं ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।

तीसा, भरमौर, सूलूणी व अन्य क्षेत्रों से कोरोना टेस्ट करवाने के लिए पहुंचे करीब सौ से अधिक युवाओं का कहना है कि कांगड़ा के पालमपुर में 14 फरवरी को सेना भर्ती है। उनका आरोप है कि भर्ती के लिए एक दिन बाकी रह गया है लेकिन अभी तक उन्हें कोरोना जांच की रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। वे सुबह ही अपने-अपने क्षेत्रों से कोरोना टेस्ट करवाने के लिए पहुंच गए थे। कोरोना को देखते हुए इस बार सेना भर्ती में काने वाले युवाओं का टेस्ट जरूरी कर दिया है। ऐसे में पिछले तीन चार दिन से मेडिकल कॉलेज चंबा में कोरोना टेस्ट करवाने पहुंचे युवाओं की सुबह से शाम तक लाइन लगी। अब कोरोना टेस्ट होने के बाद युवाओं को समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पाई है। भर्ती को एक दिन बाकी रह गया है।

कांगड़ा के पालमपुर में 14 फरवरी से आर्मी भर्ती शुरू हो रही है। शुरुआती दिनों में ही कांगड़ा और चंबा के युवाओं को ग्राउंट टेस्ट की तारीख तय की गई है। भर्ती से पहले ही कई युवा पहले ही पालमपुर पहुंच गए हैं। कुछ युवा अभी तक कोविड टेस्ट के फेर में ही फंसे हुए हैं। चंबा के युवाओं को एक दिन पहले भर्ती स्थल पर पहुंचना होगा लेकिन अभी तक कई युवाओं को कोविड जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाई है और कई जांच के लिए कॉलेज पहुंचे हैं।

चंबा जिला के विभिन्न इलाकों से पहुंचे युवाओं ने कॉलेज प्रशासन से कोरोना जांच करने के साथ जल्द टेस्ट रिपोर्ट को देने की मांग की है ताकि उनके हाथों से सेना भर्ती का अवसर न निकल जाए।

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रिपोर्ट लेकर मेरे पास कोई भी नही आया है। अगर किसी को कोई समस्या है तो वह मेरे से मिले। उसकी समस्या का हल कर दिया जाएगा। वैसे भी सेना भर्ती के लिए कोरोना रिपोर्ट की जरूरत नहीं है। अरोग्य सेतू एप के माध्यम से ही सब पता चल जाता है कि किस को किस से खतरा है।

मोहन सिंह चौधरी, चिकित्सा अधिक्षक

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