आजादी के सात दशक बाद भी रे भटोली गांव को नहीं मिली पालकी से आजादी

आजादी के सात दशक बाद भी डलहौजी के इस गांव के लोगों को पालकी से आजादी नही मिल पा रही है, लंबा रास्‍ता तय करने के लिए बीमार और बुजुर्गो को पालकी का सहारा लेना पड़ता है।

By Edited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 07:19 PM (IST) Updated:Wed, 21 Nov 2018 03:00 AM (IST)
आजादी के सात दशक बाद भी रे भटोली गांव को नहीं मिली पालकी से आजादी
आजादी के सात दशक बाद भी रे भटोली गांव को नहीं मिली पालकी से आजादी

डलहौजी, विशाल सेखड़ी। सरकारें गांवों को सड़कों से जोड़कर विकास करवाने के दावे करते नहीं थकतीं, मगर हकीकत कुछ और ही है। डलहौजी हलके के कुछ गांवों के हालात सरकार के दावों को खोखला बता रहे हैं। आजादी के सात दशक बाद भी उपमंडल डलहौजी के तहत आने वाली ओसल पंचायत के रे भटोली गांव के लोगों को पालकी से आजादी नहीं मिल पाई है।

सड़क सुविधा से महरूम रे भटोली गांव में किसी के बीमार हो जाने, गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए परिजनों को पालकी से उन्हें तीन किलोमीटर पैदल मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। लंबा रास्ता तय करने में कई मर्तबा मरीज की हालत ज्यादा खराब हो जाती है। स्थानीय निवासी नवीन कुमार ने बताया कि करीब छह माह पहले गांव के एक बुजुर्ग को परिजन उपचार के लिए पीठ पर उठाकर सड़क तक ला रहे थे, लेकिन बुजुर्ग ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।

मंगलवार को भी हालात उस समय विकट हो गए जब गर्भवती कनिका देवी पत्नी पंकज कुमार को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। घबराए परिजनों ने फौरन 102 एंबुलेंस सेवा को फोन किया। एंबुलेंस तो समय पर ओसल गांव में पहुंच गई। परंतु गर्भवती महिला को परिजनों को पालकी में बिठाकर करीब तीन किलोमीटर पैदल सफर तय करके ओसल में एंबुलेंस तक पहुंचना पड़ा। इसके बाद महिला को प्रसव के लिए सिविल अस्पताल डलहौजी पहुंचाया गया। अस्पताल पहुंचते ही चिकित्सकों ने सुरक्षित प्रसव करवाया। अब जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। यह पहला मौका नहीं था जब परिजनों को मुश्किल का सामना करना पड़ा हो।

स्थानीय निवासी नवीन कुमार के अनुसार ओसल में स्कूल तक तो सड़क का निर्माण हुए काफी समय हो गया है। इसके बाद 2016 में ओसल से रे भटोली के लिए सड़क के लिए सर्वेक्षण भी हुआ था। परंतु बात इससे आगे नहीं बढ़ पाई और लोग मुश्किलें झेल रहे हैं। आपात परिस्थितियों में किसी प्रकार की सहायता भी क्षेत्र तक नहीं पहुंच सकती। गौर हो कि सड़क निर्माण होने से रे भटोली सहित कफलोटी, बिखणू व लोहली खड्ड गावों की एक हजार अधिक की आबादी लाभान्वित होगी। क्षेत्रवासियों ने सरकार से प्राथमिकता के आधार पर रे भटोली गांव के लिए सड़क का निर्माण करवाने की गुहार लगाई है।

रे भटोली गांव को सड़क से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। बुधवार को कार्यालय में जाकर इस संबंध में जानकारी जुटाई जाएगी। यदि सर्वेक्षण हुआ है और मामला आगे क्यों नहीं बढ़ा तथ्य खंगाले जाएंगे। सड़क निर्माण के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

-सुधीर मित्तल एक्सईएन लोनिवि डलहौजी।

आज एसडीएम से मिलेंगे गांववासी सड़क सुविधा से महरूम ओसल पंचायत के रे भटोली गांव लोग बुधवार को एसडीएम से मुलाकात करेंगे। उनसे गांव तक सड़क पहुंचाने की मांग उठाई जाएगी। गांववासियों ने कहा कि किसी के भी बीमार होने पर उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एसडीएम डलहौजी के माध्यम से सरकार तक मामला पहुंचाया जाएगा, अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे।

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