मौसम में बदलाव, वायरल फीवर ने जकड़े लोग

मौसम में हो रहा बदलाव जिला में लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। आलम यह है कि लोग सर्दी, खांसी व बुखार की चपेट में आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 18 Oct 2018 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 18 Oct 2018 07:44 PM (IST)
मौसम में बदलाव, वायरल फीवर ने जकड़े लोग
मौसम में बदलाव, वायरल फीवर ने जकड़े लोग

जागरण संवाददाता, चंबा : मौसम में हो रहा बदलाव जिला में लोगों की सेहत पर भारी पड़ने लगा है। लोग सर्दी, खांसी व बुखार की जकड़ में आ रहे हैं। दिन-प्रतिदिन वायरल फीवर के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इन दिनों पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में इससे ग्रसित कई लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। शहर के अलावा भरमौर, होली, सलूणी, तीसा, पुखरी आदि क्षेत्रों के लोगों को भी वायरल फीवर ने जकड़ लिया है। यही कारण है कि जिला के पहाड़ी क्षेत्रों की डिस्पेंसरियों व पीएचसी में भी प्रतिदिन वायरल फीवर से पीड़ित लोग उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जिला के अधिकतर बुजुर्ग, युवक व युवतियां तथा छोटे बच्चे सर्दी, जुकाम और खांसी से ग्रसित हो रहे हैं। इससे सबसे ज्यादा छोटे बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।

वीरवार को मेडिकल कॉलेज में वायरल से पीड़ित बच्चों की संख्या इतनी अधिक बढ़ गई थी कि 24 बिस्तर की क्षमता वाले शिशु वार्ड में करीब 50 से अधिक बच्चों को उपचार के लिए भर्ती किया गया। ऐसे में एक बेड पर दो-दो बीमार बच्चे लिटाए गए। इससे विभागीय स्टाफ सहित बीमार बच्चों को दिक्कत भी झेलनी पड़ी। रोजाना मेडिकल कॉलेज में रूटीन के हिसाब से तीस से अधिक बच्चे अस्पताल में उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पताल में उपचाराधीन अधिकतर बच्चे वायरल फीवर, उल्टी, दस्त, और टायफायड रोग से ग्रसित हैं।

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मौसम परिवर्तन के चलते बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। वायरल फीवर, उल्टी व दस्त से ग्रसित बच्चे उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। बच्चों को बेहतर इलाज मुहैया करवाया जा रहा है। वायरल फीवर की वजह से छोटे बच्चों की छाती जाम हो रही है, जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही है। मौसम में आए बदलाव से खांसी, जुकाम व वायरल की चपेट में आए लोग अस्पताल में उपचार करवा रहे हैं। लोग एहतियात बरतें।

डॉ. विशाल महाजन, शिशु रोग विशेषज्ञ मेडिकल कॉलेज चंबा।

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यह बरतें सावधानियां

- गर्मी व सर्दी के प्रकोप से बच्चों को बचाएं।

- शिशु विशेषज्ञ से बच्चों का उपचार करवाएं।

- स्वच्छ पानी को ही प्रयोग करें।

- बासी भोजन और ज्यादा पके हुए फल न खाएं।

- स्वच्छता का ध्यान रखें।

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