नए चेहरे ने भाजपा व कांग्रेस में मचाई हलचल

जागरण संवाददाता बिलासपुर विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारों की हार जीत में सदर बिलास

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:54 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 05:54 PM (IST)
नए चेहरे ने भाजपा व कांग्रेस में मचाई हलचल
नए चेहरे ने भाजपा व कांग्रेस में मचाई हलचल

जागरण संवाददाता, बिलासपुर : विधानसभा चुनाव के दौरान उम्मीदवारों की हार जीत में सदर बिलासपुर में ज्यादा और घुमारवीं में आंशिक तौर पर भूमिका निभाने वाले जिला परिषद के कुठेड़ा वार्ड से इस बार एक नए चेहरे ने राजनीतिक तौर पर हलचल मचाई है। इस चेहरे ने कांग्रेस व भाजपा दोनों ही दलों के उम्मीदवारों को अपना वोट बैंक बचाने के लिए हाथ पैर मारने पर मजबूर कर दिया है। यह चेहरा है पिछले दस वर्ष से कोठी पंचायत की प्रधान पद रहीं सुनीता धीमान।

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संगीत विषय में मास्टर डिग्री हासिल करते हुए ही सुनीता धीमान राजनीति तौर पर सक्रिय हो गई थी। सुनीता धीमान अपना दूसरी बार का पंचायत प्रधान पद का चुनाव एक मत से जीत गई थीं। सुनीता को दलितों, शोषितों, वंचित और महिला अधिकारों के लिए संघर्ष के लिए जाना जाता है। बतौर प्रधान भी उन्होंने निर्धन वर्ग के उत्थान के लिए सरकारी स्तर की तमाम योजनाओं को विधिवत अमलीजामा पहनाया। पंचायत चुनाव को राजनीति की छाया से दूर मान रही सुनीता धीमान ने जनता के बीच यह संदेश पहुंचाया कि जनता को एक सामाजिक लीडर चुनना होता है न कि राजनीतिक आधार पर।

भाजपा की ओर से इस बार तलवाड़ा पंचायत की प्रधान विमला देवी को उम्मीदवार बनाया गया है। वह विधायक सुभाष ठाकुर के भरोसे चुनाव लड़ रही हैं। अब चुनाव में सुभाष ठाकुर व उनकी टीम खुद कूद गई है तो ऐसे में यह उनकी कार्यक्षमता पर निर्भर करेगा कि वह कितने लोगों को अपने पक्ष में कर पाते हैं। विमला देवी की तलवाड़ा में साख है।

तीसरी उम्मीदवार के रूप में यहां से जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष अंजना धीमान हैं। वह चुनाव लड़ रही हैं तो इससे साफ जाहिर है कि उनकी जीत या हार के सवाल पर जिले में ही कांग्रेस पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। अंजना धीमान पहले भी यहां से चुनाव लड़ीं थी। एक बार जीतीं तो दूसरी बार भाजपा की ही अंजना शर्मा से चुनाव हार गईं। ऐसे में अंजना धीमान के कार्यकाल का इस बार के चुनाव में लोग आकलन कर रहे हैं।

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