मोदी फैक्टर की रणनीति कामयाब होने के आसार

हमीरपुर सीट पर भाजपा ने मोदी फैक्टर को अच्छे से भुनाया

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 May 2019 09:56 PM (IST) Updated:Mon, 20 May 2019 06:33 AM (IST)
मोदी फैक्टर की रणनीति कामयाब होने के आसार
मोदी फैक्टर की रणनीति कामयाब होने के आसार

राजेश्वर ठाकुर, बिलासपुर

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा की प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट मांगने की रणनीति कारगर साबित होती नजर आ रही है। संगठन व सरकार की इस रणनीति का असर प्रत्याशी अनुराग ठाकुर के नामांकन के दिन भी दिखा था। पार्टी ने तय योजना के तहत पूरे संसदीय हलके में मोदी फैक्टर को प्रचंड रूप देने के लिए छोटी-छोटी जनसभाओं का सहारा लिया। मतदान के रुझान से संकेत मिल रहे हैं कि राष्ट्रवाद के मुद्दे को धार देकर पार्टी ने अनुराग ठाकुर के कार्यकाल को निशाने बनाने की कांग्रेस की रणनीति बेअसर कर दी। ऐसा ट्रेंड सामने आ रहा है कि मतदाताओं ने आंचलिक मुद्दों से हटकर राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा की ओर से किए आह्वान को तरजीह दी।

हालांकि नतीजों से पहले कांग्रेस ने भी आशा नहीं छोड़ी है। कांग्रेस को लग रहा है कि अनुराग के खिलाफ जनता का गुस्सा भुनाने में उसे कामयाबी मिली है। संकेत ऐसे भी हैं कि बिलासपुर जिले में कांग्रेस अपनी स्थिति को मजबूत करने में अपेक्षित स्तर पर कामयाब नहीं हो पाई है। इसके लिए कांग्रेस के प्रचार में बिखराव काफी हद तक जिम्मेदार हो सकता है।

संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस ने इस बार नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर को पार्टी बनाकर चौथी बार रणभूमि में उतारा। वहीं अनुराग ठाकुर जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। उन्हें यह चुनाव इस स्थिति में लड़ना था जब उनके पिता मुख्यमंत्री पद पर नहीं थे। वहीं कहीं न कहीं तीन बार के कार्यकाल को देख जनता में उनके प्रति गुस्सा भी माना जा रहा था। हालांकि अनुराग ने एक वर्ष पहले से ही लोगों से संवाद बढ़ाना शुरू कर दिया था। उन्होंने चुनाव के लिए आधिकारिक प्रचार से पहले ही जनसपंर्क अभियान छेड़ रखा था। इसके वितरीत कांग्रेस काफी देर बाद मैदान में उतरी। इससे पहले पार्टी के नेताओं में टिकट के लिए आंतरिक संघर्ष चलता रहा।

भाजपा ने कांग्रेस का मुकाबला करने के लिए अनुराग के नामांकन के दिन से ही प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर जनता से वोट का आह्वान किया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत पार्टी संगठन ने एक सुर में पीएम के नाम पर ही वोट मांगने की योजना को धार दी। कांग्रेस भी मतदाताओं में मोदी नाम के क्रेज को भांप गई थी। ऐसे में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी समेत तमाम बड़े नेताओं ने भी अपने भाषण में मोदी को निशाने पर रखा। राहुल ऊना जिला मुख्यालय पर हुई रैली में भी मोदी फैक्टर को किसी तरह कमजोर करने पर तुले रहे। दूसरी ओर भाजपा ने कोई भी जनसभा ऐसी नहीं छोड़ी जिसमें मतदाताओं के दिमाग में राष्ट्रवाद व प्रधानमंत्री की इमेज को भुनाने की कोशिश न की हो। भाजपा सुनियोजित रणनीति के तहत मोदी फैक्टर को कांग्रेस पर हावी करने में कामयाब भी रही। बिलासपुर जिला मुख्यालय पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा में भी मोदी फैक्टर को प्रचंड करने की रणनीति को और असरकारक किया गया। शाह के आदेश पर वरिष्ठ नेता जेपी नड्डा का बिलासपुर आना भी इस बात का संकेत था कि जिले में क्षेत्रवाद की लहर को मोड़कर मोदी फैक्टर से जोड़ा जाए। दूसरा शाह ने बिलासपुर रैली में यह आह्वान कर पार्टी कार्यकर्ताओं में जान फूंक दी कि वह इस बार अनुराग को बड़ा नेता बनाएंगे।

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