कहीं और बीमार न कर दें अस्पताल प्रशासन

बिलासपुर के क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में सफाई कर्मचारी एनजीटी के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए कूड़े का सही निपटान करने के स्थान पर उसे जलाकर ठिकाने लगा रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 05:52 PM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 06:14 AM (IST)
कहीं और बीमार न कर दें अस्पताल प्रशासन
कहीं और बीमार न कर दें अस्पताल प्रशासन

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में सफाई कर्मचारी एनजीटी के नियमों को ठेंगा दिखाते हुए कूड़े का सही निपटान करने के स्थान पर उसे आग लगा रहे हैं। इससे उठ रहे धुएं से क्षेत्रीय अस्पताल में मरीजों को भी परेशानी हो रही है।

सफाई कर्मचारी प्लास्टिक कचरे को भी जला रहे हैं। मरीजों ने बताया कि कुछ कर्मचारी ओपीडी के साथ नीचे की तरफ कूड़े को जला रहे हैं। हालांकि एनजीटी ने प्लास्टिक को जलाने के लिए मना किया है, लेकिन सफाई कर्मचारियों का इन आदेशों से कोई लेना-देना नहीं है। मरीजों ने बताया कि अस्पताल में सफाई व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अस्पताल में जहां सुबह नौ बजे से पहले सफाई हो जानी चाहिए, वहीं सफाई कर्मचारी दोपहर तक परिसर में झाड़ू लगाते नजर आते हैं। इसके कारण बुजुर्ग व अस्थमा के मरीजों को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। हैरानी की बात है कि इस बारे में अस्पताल प्रशासन भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा है।

लोगों का कहना है कि बेहतर इलाज की आस लेकर क्षेत्रीय अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन यहां पर जिस प्रकार का माहौल बना हुआ है उससे मरीजों को अधिक परेशानी होती है। प्लास्टिक जलने की दुर्गध से ओपीडी के बाहर बैठना मुश्किल हो जाता है। जहां कूड़ा जलाया जाता है उसके पास ही गर्भवती महिलाओं का चेकअप करने के लिए ओपीडी लगती है। लोगों ने अस्पताल प्रशासन व जिला प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था पर ध्यान दिया जाए तथा खुले में कूड़ा जलाना बंद करें। चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश आहलूवालिया का कहना है कि मामला उनके ध्यान में नहीं है। यदि ऐसी बात है तो सफाई कर्मचारियों को खुले में कूड़ा न जलाने के निर्देश दिए जाएंगे।

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