आइटीआइ में खाली सीटों पर 11 तक होना दाखिला, स्थिति स्पष्ट नहीं

राजकीय आइटीआइ में खाली सीटों के लिए 11 अक्टूबर तक दाखिले होने हैं। दाखिले के लिए सभी आइटीआइ में पत्र भी आ चुका है परंतु दाखिला किन्हें दिया जाएगा इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। इसलिए आइटीआइ प्रिसिपल चाहकर भी विद्यार्थियों को दाखिले नहीं दे पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Oct 2019 06:50 AM (IST) Updated:Sun, 06 Oct 2019 06:50 AM (IST)
आइटीआइ में खाली सीटों पर 11 तक होना दाखिला, स्थिति स्पष्ट नहीं
आइटीआइ में खाली सीटों पर 11 तक होना दाखिला, स्थिति स्पष्ट नहीं

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : राजकीय आइटीआइ में खाली सीटों के लिए 11 अक्टूबर तक दाखिले होने हैं। दाखिले के लिए सभी आइटीआइ में पत्र भी आ चुका है, परंतु दाखिला किन्हें दिया जाएगा, इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। इसलिए आइटीआइ प्रिसिपल चाहकर भी विद्यार्थियों को दाखिले नहीं दे पा रहे हैं। जिस कारण दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी रोज पता करने के लिए आते हैं लेकिन आइटीआइ से निराश होकर घर लौट जाते हैं।

अब तक सभी राजकीय आइटीआइ में दाखिला के लिए सात काउंसिलिग हो चुकी हैं। इसके बावजूद जिला की पांच आइटीआइ में 68 सीटें खाली पड़ी हैं। खाली सीटों को भरने के लिए आठवीं काउंसिलिग करने का पत्र आइटीआइ में आया था। उसमें कहा गया है कि स्पेशल केस वाले विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाए, लेकिन पत्र में ये नहीं बताया गया कि कौन से विद्यार्थी स्पेशल केस के अंतर्गत दाखिला ले सकते हैं।

इन आइटीआइ में खाली सीटें

राजकीय आइटीआइ नाचरौन में सिविग टेक्नोलॉजी की 20 में से 10, राजकीय आइटीआइ छछरौली (को-एड) में कंप्यूटर एडेड एंब्राइडरी एंड डिजाइनिग की 20 में से 20, फीटर की 20 में से 1, सीविग टेक्नोलॉजी की 20 में से 20 सीटें, राजकीय आइटीआइ सरस्वती नगर में मेकेनिक (फ्रिज एंड एयर कंडिशनिग) की 24 में से 2, सिविल टेक्नोलॉजी की 20 में से छह और टर्नर की एक, राजकीय महिला आइटीआइ छछरौली में सरफेश ओरनामेंटेशन तकनीक (एंब्राइडरी) की एक, राजकीय आइटीआइ यमुनानगर में कारपेंटर की 72 में से तीन, फाउंड्रीमैन तकनीशियन की एक, सरफेश ओरनामेंटेशन तकनीक (एंब्राइडरी) की 20 में से तीन सीटें खाली पड़ी हैं।

मुख्यालय को पत्र लिखा : डीपी लूथरा

राजकीय आइटीआइ यमुनानगर के प्रिसिपल डीपी लूथरा का कहना है कि स्पेशल केस में कौन से विद्यार्थी आएंगे इसे लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है। इसके लिए मुख्यालय में पत्र लिखा है। वहां से जवाब आने पर ही पता चल पाएगा की कौन से विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा।

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