मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश का कबूलनामा, दिल्ली में की थी पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या

जागरण संवाददाता, सोनीपत : पिछले सप्ताह गांव कुमासपुर के पास हुई पुलिस-बदमाशों की मुठभेड़ में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) के हत्थे चढ़े एक बदमाश ने दिल्ली के मियावाली में एक पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या किए जाने की वारदात कबूल की है।पकड़े गए बदमाश सुनील पुनिया ने कबूल किया है कि रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिसंबर 2015 में मनोज भारद्वाज नाम के युवक की हत्या कर दी थी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 07:37 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 07:37 PM (IST)
मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश का कबूलनामा, दिल्ली में की थी पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या
मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश का कबूलनामा, दिल्ली में की थी पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या

जागरण संवाददाता, सोनीपत : पिछले सप्ताह गांव कुमासपुर के पास हुई पुलिस-बदमाशों की मुठभेड़ में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) के हत्थे चढ़े एक बदमाश ने दिल्ली के मियांवाली में एक पुलिसकर्मी के बेटे की हत्या किए जाने की वारदात कबूल की है। पकड़े गए बदमाश सुनील पुनिया ने कबूल किया है कि रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिसंबर 2015 में मनोज भारद्वाज नाम के युवक की हत्या कर दी थी। करीब तीन साल बाद हत्या की इस वारदात से पर्दा उठा है। यह मामला फिलहाल दिल्ली पुलिस के लिए उलझा हुआ ही था। अब सोनीपत की सीआइए-2 ने इस वारदात से पर्दा उठाया है।

सीआइए-2 ने दीपावली की रात गांव कुमासपुर के पास हुई मुठभेड़ में सुनील चून व कृष्ण उर्फ गाठा गिरोह के 11 बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए बदमाशों में गांव बिचपड़ी हाल दिल्ली के नांगलोई निवासी सुनील पुनिया भी शामिल था। दिल्ली के रूहोला स्थित विकास नगर में हुई एक हत्या के मामले में सुनील पुनिया की गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम रखा था। उसके बाद से वारदात के बाद से ही सुनील पुनिया फरार था। सोनीपत की सीआइए-2 के हत्थे चढ़े सुनील ने पूछताछ में कबूल किया है कि उसने रुपये के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर दिल्ली के मियांवली निवासी दिल्ली पुलिस में कार्यरत जयकिशन के बेटे मनोज भारद्वाज की हत्या कर दी थी। फिलहाल सीआइए ने मामले से दिल्ली पुलिस को भी अवगत कराया है। ताकि हत्या के इस मामले में सबूत जुटाए जा सके। कुख्यात रामकरण को प्रोडक्शन वारंट पर लेगी सीआइए

पकड़े गए गाठा गिरोह के बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उन्हें कई हथियार रामकरण ने मुहैया कराए थे, जिन्हें उन्होंने विभिन्न वारदातों में प्रयोग किया है। रामकरण फिलहाल संदीप बड़वासनी व उसके दो साथियों के तिहरे हत्याकांड में सोनीपत जेल में बंद है। अब पुलिस रामकरण को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करेगी।

मुठभेड़ में पकड़े गए बदमाश सुनील पुनिया ने दिल्ली के मियांवली में हुई पुलिस कर्मचारी के बेटे की हत्या की वारदात कबूल की है। उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर 7 दिसंबर 2015 में मनोज भारद्वाज नाम के युवक की हत्या कर की थी।

अजय धनखड़, प्रभारी, सीआइए-2

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