50 वर्ष से अधिक आयु वाले पौधे रोपित कर रहे डॉ. तेजाराम

जागरण संवाददाता सिरसा पर्यावरण बचाने और धरती को हर भरा करने के लिए महिला महाविद्याल

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Sep 2019 01:51 AM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 06:54 AM (IST)
50 वर्ष से अधिक आयु वाले पौधे रोपित कर रहे डॉ. तेजाराम
50 वर्ष से अधिक आयु वाले पौधे रोपित कर रहे डॉ. तेजाराम

जागरण संवाददाता, सिरसा : पर्यावरण बचाने और धरती को हर भरा करने के लिए महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डा. तेजाराम 50 वर्ष से अधिक जीवन जीने वाले और अधिक ऑक्सीजन देने वाले पौधों का रोपण कर रहे है। प्राचार्य तेजाराम का मानना है कि पेड़ पौधों का हमारे ऊपर कर्ज है इसलिए उस कर्ज को उतारने के लिए जब भी मौका मिला है पौधों का रोपण किया जाता है। ताकि पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं को ऑक्सीजन मिल सके।

डॉ. तेजाराम हरियाणा के कई जिलों के कालेज और स्कूलों में शिक्षक और प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके है और आज भी सिरसा महिला महाविद्यालय में प्राचार्य के पद पर है। पर्यावरण बचाने के साथ-साथ वह अपनी संस्कृति और सादे जीवन को भी अपनाए हुए है। डॉ. तेजाराम ने अर्थशास्त्र में पीएचडी की है और 35 वर्ष में कई शिक्षण संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे है। जब भी उन्हें मौका मिलता है तो कालेज के साथ साथ आसपास के स्थानों पर पौधारोपण करने का अभियान चलाते है। --जड़ी बूटियों और लंबे जीवन वाले पौधा का कर रहे रोपण डॉ. तेजाराम बचपन से ही पर्यावरण और जीव जंतुओं को बचाने के लिए प्रयास कर रहे है। उनके द्वारा जड़ी बूटियों और लंबे जीवन जीने वाले पौधों का रोपण किया जाता है। जैसे नीम, पीपल, बरगद, बेलपत्र व अन्य औषधि के उपयोग आने वाले पौधों का रोपण किया जाता है ताकि मनुष्य को आक्सीजन के साथ-साथ जड़ी बूटियों से तैयार होने वाली औषधि भी मिल सके। डॉ. तेजाराम औषधि बनाने से संबंधित भी ज्ञान रखते है। --दूसरों को जागरूक करने के साथ-साथ मनुष्य को खुद भी पर्यावरण बचाने का प्रयास करना चाहिए। हम हर रोज आक्सीजन लेते है लेकिन आक्सीजन देने वाले पौधे का रोपण नहीं करते। पेड़ से बड़ा शिक्षक कोई भी नहीं होता। अगर विद्यार्थी पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ाई करते है तो विद्यार्थी का मानसिक और बौधिक विकास होता है। लोगों को जागरूक होकर पर्यावरण की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए।

---डॉ. तेजाराम, प्राचार्य, राजकीय महिला महाविद्यालय सिरसा

chat bot
आपका साथी