बादल तो बरसे नहीं, घग्घर में आया पानी

By Edited By: Publish:Tue, 22 Jul 2014 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jul 2014 10:41 PM (IST)
बादल तो बरसे नहीं, घग्घर में आया पानी

जागरण संवाददाता, सिरसा : मौसम की बेरुखी के बाद सूखे का सामना कर रहे किसानों के लिए मंगलवार राहत लेकर आया है। पहली बार घग्घर नदी में पानी पहुंचना शुरू हो गया है। हालाकि पानी का लेवल मंगलवार को कम रहा पर बुधवार को पानी का लेवल आधे से अधिक पहुंचने का अनुमान है। बुधवार से ही सिंचाई के लिए नहरों में पानी छोड़ा जाएगा।

सिरसा जिला में घग्घर नदी मानसून के समय में सिंचाई के पानी का उपयुक्त साधन है। घग्घर के सहारे ही कई हजार एकत्र भूमि में सिंचाई की जाती है। रानिया, सिरसा, ऐलनाबाद व रोड़ी क्षेत्र में पानी उपलब्ध घग्घर से ही होता रहा है। हर वर्ष घग्घर में जून माह में पानी आता है लेकिन इस बार घग्घर भी सूखी रही है। मंगलवार को घग्घर में पहली बार पानी आया है। पानी चादपुरा हेड से ओटू हेड पर पहुंच गया है। चादपुरा हेड पर शाम चार बजे पानी 4350 क्यूसिक के स्तर पर रहा है जबकि ओटू वीयर पर पानी की मात्रा 145 फीट के स्तर तक पहुंची है। हालाकि पानी का स्तर 648 फीट होने के बाद ही नहरों में दिए जाने का प्रावधान है।

आठ बड़ी नहरों के सहारे होगी सिंचाई

घग्घर नदी से सिरसा जिला में खेतों की सिंचाई के लिए आठ नहरें निकाली गई है। इन नहरों के अलावा चार छोटी नहरे भी घग्घर से निकली है और घग्घर का पानी 12 नहरों में चलता है। इन 12 नहरों में सिरसा के एक बड़े भाग में सिंचाई की जाती है। धान की बेल्ट में घग्घर का पानी ही सिंचाई के लिए उपलब्ध है। घग्घर के पानी को वैसे भी अधिक अच्छी क्वालिटी का माना जाता है।

सूखे में किसानों को मिलेगी बड़ी राहत

जिला में खेती इस समय सूखे की चपेट में है और ऐसे में घग्घर का पानी उपलब्ध होना एक बड़ी राहत के बराबर है। घग्घर के पानी की वजह से सूख रही फसलों को बचाया जा सकेगा। बता दें कि जिला में 70 हजार हेक्टेयर में धान तथा पौने दो लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में कपास की बुआई की गई है।

घग्घर में बुधवार दोपहर तक पानी का स्तर ठीक हो जाएगा और इसके बाद पानी को नहरों में छोड़ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चादपुरा से पानी का बहाव लगातार बढ़ रहा है और ऐसे में बुधवार को ही पानी छोड़ दिया जाएगा।

-एनके भोला,कार्यकारी अभियंता

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