तालाब की रिटर्निंग वाल बनवाकर फूलपति ने दिया जलसंरक्षण का संदेश

जिला के किशनगढ़ की निवर्तमान महिला सरपंच फूलपति ने अपने समय में जल संरक्षण की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 08:47 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 08:47 AM (IST)
तालाब की रिटर्निंग वाल बनवाकर फूलपति ने दिया जलसंरक्षण का संदेश
तालाब की रिटर्निंग वाल बनवाकर फूलपति ने दिया जलसंरक्षण का संदेश

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिला के किशनगढ़ की निवर्तमान महिला सरपंच फूलपति ने अपने समय में जल संरक्षण की दिशा में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने गांव के तालाब की रिटर्निंग वाल बनवाकर जलसंरक्षण का संदेश दिया है। किशनगढ़ की इस निवर्तमान महिला सरपंच ने कुए के जलसंरक्षण का भी उपाय किया है। ताकि जहां भी संभव को पानी का संरक्षण किया जा सके। उनके इस कार्य के चलते उनकी सराहना भी हुई है। इसके अलावा गांव के खेतों में लगभग 22 एकड़ में बनी कच्ची नालियों को भी पक्का बनवाया गया है। जिससे सिचाई पानी सीधा खेल व फसल तक पहुंच रहा है। दरअसल, किशनगढ़ गांव के तालाब में नहर का पानी छोड़ा जाता है। कुछ साल पहले तक तालाब कच्चा था तो यह पानी जल्दी खराब हो जाता था और तालाब भी जल्दी सूख जाता था। लेकिन फूलपति ने सरपंच बनने पर सबसे पहले तालाब की रिटर्निंग वाल बनाने का कार्य प्राथमिकता से कराया और इस तालाब के तीन तरफ रिटर्निंग वाल भी बनवा दी। जिसका असर यह हुआ कि तालाब में पानी साफ रहने लगा है। नरेश कुमार ने बताया कि तालाब के पास एक कुआ थी है। जिसका पानी सभी पीते हैं। इस कुए के चारों तरफ पक्का फर्श कराया गया और साथ ही कुए के आसपास बहने वाले पानी का संरक्षण करने के लिए पक्की नाली बनवाई गई। इस पानी को पौधों में दिया जाता है। पानी अधिक होने पर उसे भी तालाब में डाल दिया जाता है। इससे न केवल पौधे हरे भरे हैं बल्कि जल का संरक्षण भी हो रहा है।

किशनगढ़ ही महिला सरपंच फूलपति ने गांव के तालाब पर पक्का घाट व रिटर्निंग वाल बनवाकर सराहनीय कार्य किया है। वहीं गांव के खेतों में पक्की नालियां भी बनवाई गई है, ताकि जल का संरक्षण हो सके।

- नीना सुहाग, जिला भूमि संरक्षण अधिकारी, रोहतक ।

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