पीजीआइ के चिकित्सक और एमडीयू की प्रोफेसर को स्वाइन फ्लू

जागरण संवाददाता, रोहतक : स्वाइन फ्लू की चपेट में मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सक भी आन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 08:30 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 08:30 AM (IST)
पीजीआइ के चिकित्सक और एमडीयू की प्रोफेसर को स्वाइन फ्लू
पीजीआइ के चिकित्सक और एमडीयू की प्रोफेसर को स्वाइन फ्लू

जागरण संवाददाता, रोहतक : स्वाइन फ्लू की चपेट में मरीजों का इलाज करने वाले चिकित्सक भी आने लगे हैं। मंगलवार को आई जांच रिपोर्ट में पीजीआइ के एक चिकित्सक और एमडीयू की एक प्रोफेसर को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। चिकित्सक को फ्लू की पुष्टि होने के बाद पीजीआइ समेत स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि बताया जा रहा है कि दोनों को बी कैटेगरी का फ्लू पाया गया है।

साल की शुरुआत से ही प्रदेश में स्वाइन फ्लू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक रोहतक में दो मरीजों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है, 60 संभावित मरीजों में से 23 को फ्लू पॉजिटिव पाया गया है। वहीं पीजीआइ में कुल 94 सैंपलों जांच में 35 लोगों को फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। पूरे प्रदेश की बात करें तो कुल 120 मरीजों को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। मंगलवार को आई जांच रिपोर्ट में पीजीआइ के एक विभाग में तैनात चिकित्सक अतुल और एमडीयू की एक प्रोफेसर को भी स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया है। हालांकि दोनों को बी कैटेगरी का फ्लू पाया गया है, जिसे नियंत्रित करना आसान है। फिलहाल दोनों का उनके घर पर ही उपचार किया जा रहा है। अभी तक दो मरीजों की हो चुकी है मौत

स्वाइन फ्लू से अभी तक दो मरीजों की मौत हो चुकी है। जनवरी माह के पहले सप्ताह में पीजीआइ में उपचार के दौरान श्रीनगर कालोनी निवासी एक महिला औरएक अन्य जिले के मरीज ने दम तोड़ा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगाकर लोगों को स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने का अभियान शुरू किया। मंगलवार को विभिन्न गांवों में लगाए गए कैंप

स्वाइन फ्लू से जागरुकता को लेकर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने विभिन्न गांवों में शिविर लगाए। इसके तहत टीम ने गांव बालंद, रिटोली, कबूलपुर और, सैंपल के स्कूलों में कैंप लगाया, जहां जिला महामारी विशेषज्ञ डा. विवेक मोर ने बच्चों को स्वाइन फ्लू से बचाव के तरीके बताए। साथ ही यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। प्रदेश में 366 मरीजों की जांच, 120 पॉजिटिव

प्रदेश के विभिन्न जिलों में अभी तक कुल 366 संदिग्ध मरीजों की जांच कराई गई है। इनमें से 120 मरीजों को फ्लू पॉजिटिव पाया गया है। जबकि सैकड़ों संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि विभाग द्वारा एहतियात के तौर पर कुछ मरीजों को पहले ही दवाई दी जा चुकी है। कोर्ट --

पीजीआइ के एक चिकित्सक को स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। एमडी प्रोफेसर को पुष्टि की जानकारी नहीं है। अभी तक रोहतक में कुल 23 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिनमें से दो मरीजों की फ्लू से मौत हुई है। मंगलवार को आई रिपोर्ट वाले मरीजों की हालत सामान्य है। उनका उपचार किया जा रहा है।

डा. विवेक मोर, जिला महामारी विशेषज्ञ।

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