पांच-पांच हजार रुपये देकर 10-12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठाए थे फर्जी परीक्षार्थी

चार दिन पहले 10-12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा में पकड़े गए 10 फर्जी परीक्षार्थियों से पूछताछ के बाद बड़ा पर्दाफाश हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 06:44 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 06:44 AM (IST)
पांच-पांच हजार रुपये देकर 10-12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठाए थे फर्जी परीक्षार्थी
पांच-पांच हजार रुपये देकर 10-12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठाए थे फर्जी परीक्षार्थी

विनीत तोमर, रोहतक :

चार दिन पहले 10-12वीं की कंपार्टमेंट परीक्षा में पकड़े गए 10 फर्जी परीक्षार्थियों से पूछताछ के बाद बड़ा पर्दाफाश हुआ है। पकड़े गए सात फर्जी परीक्षार्थी पांच-पांच हजार रुपये के लालच में आकर दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए थे, जबकि तीन अपनी रिश्तेदारियां निभा रहे थे। कोई ममेरे भाई के स्थान पर परीक्षा दे रहा था तो कोई फुफेरे भाई के स्थान पर। यह जानकारी सामने आने के बाद पुलिस की तरफ से भी हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है। यह भी पता किया जा रहा है कि इसके पीछे कोई शिक्षा माफिया का गिरोह तो सक्रिय नहीं है। यह था मामला

19 जनवरी को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से 10वीं और 12वीं की कंपार्टमेंट की परीक्षा कराई गई थी। हिसार रोड स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में भी सेंटर बनाया गया है। परीक्षा के दौरान टीम चेकिग के लिए पहुंची तो कुछ परीक्षार्थियों पर संदेह हुआ। इसके बाद जब उनके बारकोड स्कैन किए गए तो पता चला कि वह दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहे हैं। कुल मिलाकर ऐसे 11 फर्जी परीक्षार्थी मिले जो दूसरे स्थान पर परीक्षा दे रहे थे। मौका पाकर एक फर्जी परीक्षार्थी वहां से भाग गया था, जबकि 10 को मौके पर ही पकड़ लिया गया था। जिन्हें सिटी थाना पुलिस के हवाले कर दिया था। इस मामले में कुल मिलाकर पुलिस ने 21 परीक्षार्थियों पर केस दर्ज किया था, जो इमलीगढ़, महम वार्ड-10, रिटौली, सीसरखास, महम वार्ड-12, चुलियाना, भैणी सूरजन, बहलबा, खरक जाटान और गद्दीखेड़ी गांव के रहने वाले हैं। फर्जी परीक्षार्थियों को दी थी हिदायत : पेपर में फेल होने पर रकम ले लेंगे वापस

जिस तरीके से परीक्षा को लेकर रोहतक की छवि पहले से ही खराब है उसे देखते हुए पुलिस ने पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थियों से पूछताछ की। इसमें पता चला कि सात फर्जी परीक्षार्थियों को रुपयों का लालच दिया गया था। जिन्हें एक पेपर के पांच-पांच हजार रुपये मिलने थे। असली परीक्षार्थियों के स्वजनों की तरफ से उन्हें यह भी हिदायत दी गई थी कि यदि इस पेपर में पास नहीं हुए तो रुपये वापस भी लिए जा सकते हैं। यानी कि उन्हें पूरी मेहनत के साथ यह पेपर देना था, जिससे असली परीक्षार्थी पास हो सके। इसके अलावा तीन फर्जी परीक्षार्थी ऐसे थे जो बिना किसी रुपयों के आए थे। उनकी असली परीक्षार्थियों के साथ रिश्तेदारी थी। रिश्तेदारी निभाने के लिए वह परीक्षा देने के लिए तैयार हुए थे। जिस तरीके एक ही स्कूल से इतने फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए इससे एक बार फिर से परीक्षाओं को लेकर रोहतक की छवि पर दाग लगा है। गौरतलब है कि जिले में इससे पहले भी यूनिवर्सिटी से लेकर स्कूली परीक्षाओं के पेपर कई बार लीक हो चुके थे। तीन साल पहले एयरफोर्स भर्ती परीक्षा के दौरान भी यहां बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। पकड़े गए फर्जी परीक्षार्थियों से पूछताछ की गई है, जिसमें पता चला है कि उन्हें पांच-पांच हजार रुपये का लालच देकर दूसरे के स्थान पर परीक्षा में बैठाया गया था। इसके अलावा कुछ परीक्षार्थी रिश्तेदारी निभाने के चक्कर में दूसरे की परीक्षा दे रहे थे।

- गोरखपाल राणा, डीएसपी हेडक्वार्टर।

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