डीएसपी कार्यालय में नारेबाजी करने पर लाठीचार्ज

By Edited By: Publish:Tue, 15 Jul 2014 01:00 AM (IST) Updated:Tue, 15 Jul 2014 01:00 AM (IST)
डीएसपी कार्यालय में नारेबाजी करने पर लाठीचार्ज

जागरण संवाददाता, रोहतक :

पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में पहुंच कर नारेबाजी करने पर विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों व अभिभावकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में आधा दर्जन प्रदर्शनकारी चोटिल हो गए। इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारियों पर एफआइआर दर्ज कराने की धमकी भी दी गई। पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदर्शनकारी भड़क गए और लघु सचिवालय में ही धरना देकर उचित कार्रवाई की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारी प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा अधिनियम 134ए के तहत 25 फीसद आरक्षण करने की मांग और निजी स्कूल द्वारा फीस न भरने पर निकाले गए छात्रों के मामले में ज्ञापन देने गए थे। जानकारी के अनुसार विधानसभा में नियम 134ए के तहत प्राइवेट स्कूलों में 25 प्रतिशत फ्री दाखिले के कोटे को दस प्रतिशत करने के प्रस्ताव के खिलाफ दो जमा पांच मुद्दे जन आंदोलन व मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य लघु सचिवालय में धरना देने पहुंच गए। दोपहर बाद धरनास्थल से पुलिस उपाधीक्षक अनिल कुमार के कार्यालय में पहुंच गए और अंदर जाकर नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस कर्मियों ने नारेबाजी का विरोध किया तो हाथापाई शुरू हो गई। इसी दौरान पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए वहां से खदेड़ दिया। लाठीचार्ज में आधा दर्जन प्रदर्शनकारियों को चोटें आई है। बाद में डीएसपी करण गोयल से प्रतिनिधिमंडल मिला मांग पत्र सौंपा। डीएसपी करण गोयल ने उस स्कूल निदेशक को भी बुलाया, जिस पर फीस पूरी न देने पर निकालने का आरोप है। दो जमा पांच मुद्दे जनआंदोलन के संयोजक सत्यवीर हुड्डा ने कहा कि पुलिस अधिकारी ने मांग रखने पहुंच लोगों पर लाठीचार्ज कराया है, इसको लेकर आंदोलन खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।

कार्यालय में जबरन घुसकर की थी नारेबाजी : पुलिस उपाधीक्षक अनिल यादव का कहना था कि प्रदर्शनकारी जबरन कार्यालय में घुस गए और नारेबाजी शुरू कर दी। जब नारेबाजी करने से मना किया तो दु‌र्व्यवहार करने लगे। प्रदर्शनकारी किस मांग को लेकर मिलने पहुंचे थे, यह भी उनके संज्ञान में नहीं था और न ही उनको मुलाकात के लिए बुलाया गया था। लाठीचार्ज नहीं किया गया बल्कि मुलाजिम बुलाकर कार्यालय से बाहर निकाला था।

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