रेवाड़ी में अंतिम संस्कार के लिए दो पक्षों में विवाद, पुलिस ने कराया समझौता

ग्रामीणों के अनुसार चांदराम मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति के पास झाड़फूंक के लिए जाते थे। बताया जा रहा है कि उक्त व्यक्ति के प्रभाव में आकर ही चांदराम व परिजनों ने मुस्लिम धर्म के अनुसार रहना शुरू कर दिया था।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 15 Nov 2020 12:39 PM (IST) Updated:Sun, 15 Nov 2020 12:39 PM (IST)
रेवाड़ी में अंतिम संस्कार के लिए दो पक्षों में विवाद, पुलिस ने कराया समझौता
परिवार की सहमति के बाद हिंदू परंपरा से किया अंतिम संस्कार

रेवाड़ी, जागरण संवाददाता। जिला के गांव छुरियावास में रविवार को एक व्यक्ति की मौत के बाद अंतिम संस्कार को लेकर विवाद हो गया। मृतक व उसके परिजन मुस्लिम धर्म के अनुसार रहते थे। परिजन शव को दफनाना चाहते थे, जबकि ग्रामीण अंतिम संस्कार करना चाह रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। सूचना के बाद पुलिस बल भी मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। ग्रामीणों के समझाने के बाद मृतक के परिजन हिंदू धर्म के अनुसार दाह संस्कार करने पर राजी हो गए।

गांव छुरियावास निवासी चांदराम ने करीब दस साल पहले अपनी पत्नी व दो बेटों के साथ मुस्लिम धर्म के अनुसार रहना शुरू कर दिया था। चांदराम पिछले कई दिनों से बीमार थे और शनिवार की रात उनकी मौत हो गई। रविवार को परिजन मुस्लिम धर्म के अनुसार शव को दफनाना चाहते थे, जबकि चांदराम के दो भाई व ग्रामीण दाह संस्कार करने पर अड़ गए। तनाव की सूचना के बाद माडल टाउन थाना एसएचओ सत्येंद्र सिंह मौके पर पहुंचे।

बातचीत के बाद बनी सहमति

ग्रामीणों के अनुसार चांदराम मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति के पास झाड़फूंक के लिए जाते थे। बताया जा रहा है कि उक्त व्यक्ति के प्रभाव में आकर ही चांदराम व परिजनों ने मुस्लिम धर्म के अनुसार रहना शुरू कर दिया था। वहीं चांदराम के भाईयों व ग्रामीणों कहना है कि चांदराम व उसके परिजनों ने धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया नहीं की थी, इसलिए आज भी वह हिंदू धर्म में ही है। पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच हुई बातचीत के बाद शव के दाह संस्कार पर सहमति बन गई। पुलिस की मौजूदगी में शव का दाह संस्कार किया गया। अभी तक गांव में स्थिति पूरी तरह सामान्य है। माना जा रहा है कि अब विवाद पूरी तरह खत्म हो गया है। इसलिए आगे भी विवाद होने की उम्मीद नही है। 

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी