अमृतसर के गैंगस्टर का कुरुक्षेत्र में बनवा दिया फर्जी पासपोर्ट, विदेश भागने की फिराक में था, चार धरे

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में सनसनीखेज मामला सामने आया है। मिलीभगत कर अमृतसर के गैंगस्टर हरमनप्रीत सिंह का फर्जी पासपोर्ट बना दिया गया। वह विदेश जाने की तैयारी में था। कुरुक्षेत्र पुलिस ने गैंगस्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:36 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 07:04 AM (IST)
अमृतसर के गैंगस्टर का कुरुक्षेत्र में बनवा दिया फर्जी पासपोर्ट, विदेश भागने की फिराक में था, चार धरे
पुलिस की हिरासत में धोखाधड़ी से फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले में गैंगस्टर सहित चार आरोपित।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पुलिस के स्पेशल डिटेक्टिव सैल की टीम ने धोखाधड़ी से फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले में अमृतसर के गैंगस्टर सहित चार आरोपितों काे गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने गैंगस्टर अमृतसर के गांव उमरपुरा निवासी हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था। पुलिस ने आरोपित गैंगस्टर को अमृतसर के मजीठा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश किया था। मामले में दो आरोपितों को अदालत ने एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। दो आरोपितों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

डीएसपी मुख्यालय सुभाष चंद्र ने बताया कि 23 मार्च को अमृतसर के एसएसपी से शिकायत मिली थी कि अमृतसर के गांव उमरपुरा निवासी हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह कई मामलों में वांछित है। उसके खिलाफ थाना मजीठा में हत्या का मामला दर्ज है। उसने पिहोवा क्षेत्र से फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट तैयार करवाया है। वह गैंगस्टर है। उसके पासपोर्ट पर वार्ड नंबर 14 फौजी कालोनी पिहोवा का पता लिखा हुआ है।

विदेश भागने की फिराक में था

फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट तैयार करवा कर वह धोखे से विदेश भागने की फिराक में था। उन लोगों के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार करके गैंगस्टर का पासपोर्ट बनवाया है। पिहोवा शहर थाना पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच एएसआइ गुरदेव सिंह को सौंपी थी। बाद में मामले की जांच स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के प्रभारी विक्रम सिंह को सौंपी थी।

मजीठा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई पुलिस

स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के प्रभारी निरीक्षक विक्रम सिंह के नेतृत्व में एसआइ बलजीत सिंह, रामचंद्र, एएसआइ राजेश कुमार, महेंद्र सिंह, लाभ सिंह, मुख्य सिपाही संजीव कुमार व विजय कुमार की टीम ने 16 अप्रैल को हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह अमृतसर की मजीठा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर अदालत में पेश किया था। अदालत के आदेश पर उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। आरोपी की पहचान पर टीम ने मुख्यारोपित पिहोवा निवासी गुरुनानक कालोनी निवासी मोहित गुगलानी को 17 अप्रैल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया था।

मोहित गुगलानी ने बनवाया था फर्जी पासपोर्ट

पुलिस पूछताछ में आरोपित मोहित गुगलानी ने बताया कि उसकी जून 2019 में मुलाकात पंजाब के बलटाना निवासी सुमित के साथ हुई थी। वह जाली पासपोर्ट बनवाने का काम करता है। इसकी एवज में 1.70 लाख रुपये लेता है। उसने हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह का पासपोर्ट बनवाया था। मोहित गुगलानी ने सुमित को हरमनप्रीत सिंह का पासपोर्ट भेजने की कही। उसने बाकी कागजात खुद तैयार करने को कहा। मोहित गुगलानी ने हरमनप्रीत सिंह का ड्राइविंग लाइसेंस अपने लैपटॉप पर फर्जी आधार कार्ड, 10वीं की मार्कशीट व ड्राइविंग लाइसेंस तैयार किए थे। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर 1.50 लाख रुपये लेकर पासपोर्ट एप्लाई कर दिया था।

पासपोर्ट आफिस के कर्मचारी से भी की थी मिलीभगत

पासपोर्ट के लिए वेरिफिकेशन मोहित गुगलानी ने हरमनप्रीत सिंह उर्फ हरमनजीत सिंह को खुद अपने साथ स्कूटी पर बैठाकर थाना पिहोवा से कराई थी। उसके बाद उसने पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारी विक्रम वर्मा के साथ मिलीभगत कर उसके पास भेज दिया। हरमनप्रीत सिंह का पासपोर्ट अक्टूबर 2019 से अक्टूबर 2029 तक वैध है। उसने पहले भी एक व्यक्ति का फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पासपोर्ट बनाया था। आरोपित मोहित गुगलानी की पहचान पर पुलिस ने आरोपित अंबाला शहर के अशोक विहार निवासी विक्रम वर्मा तथा जीरकपुर के बलटाना निवासी सुमित को गिरफ्तार किया। 

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