सगी बहनों को समझाया, संपत्ति विवाद निपटाया

लघु सविचालय स्थित कम्युनिटी लाइजनिंग कार्यालय में गांव कालखा की विधवा बहनों में था विवाद जागरण संवाददाता, पानीपत लघु सचिवालय

By Edited By: Publish:Sun, 18 Feb 2018 01:48 AM (IST) Updated:Sun, 18 Feb 2018 02:31 PM (IST)
सगी बहनों को समझाया, संपत्ति विवाद निपटाया
सगी बहनों को समझाया, संपत्ति विवाद निपटाया
जागरण संवाददाता, पानीपत लघु सचिवालय स्थित कम्यूनिटी लाइजनिंग ग्रुप (सीएलजी) कार्यालय में शनिवार को सगी विधवा बहनों का सम्पत्ति विवाद बातचीत से निपटाया गया। बडी बहन ने अपनी छोटी बहन को 10 लाख रुपये और 194 वर्ग गज का प्लॉट (जिसमें कमरा बना हुआ है) भी रहने के लिए दे दिया। सीएलजी के चेयरमैन प्रेम गिरधर ने बताया कि विधवा बहनें गांव कालखा की निवासी हैं। दोनों में लंबे समय से प्रॉपर्टी व अन्य मुद्दों को लेकर विवाद था। छोटी बहन सुनीता ने 25 सितंबर 2017 को बडी बहन कृष्णा के खिलाफ पुलिस अधी़क्षक को शिकायत दी। बडी बहन पर निर्ममता से पिटाई करने का आरोप लगाते हुए, जान माल का खतरा बताया। एसपी कार्यालय से यह केस सीएलजी कार्यालय में भेजा गया। विशेष सावधानी बरतते हुए सीएलजी सदस्य कंचन सागर व रश्मि अखौरी को केस पर निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। दोनों ने विधवा बहनों से बार-बार बात कर, उन्हें समझाया। समझाने पर बहनें समझौते के लिए मान जाती, बार में फिर से झगड़ने लगती। प्रेम गिरधर की मानें तो कालखा के सरपंच पति को बुलाकर, पंचायती तौर पर सुलझाने के लिए कहा गया लेकिन समझौता नहीं हो सका। फिर उस व्यक्ति को कार्यालय बुलाया गया जो नहीं चाहता था कि दोनों बहनों में एकता बने। समझाने पर उस व्यक्ति ने भी अपनी गलती मानी तो केस की गुत्थिया एक-एक कर सुलझने लगी। शनिवार को दोनों बहनों के बीच समझौता कराया गया। समझौता होने के बाद दोनों बहनें गले मिली। फिर कभी नहीं लड़ने का भरोसा दिया। केस के निपटारे में विकास आहूजा, अशोक राय व सतीश चौधरी की भूमिका भी सराहनीय रही।
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