आरक्षण धरना स्थल को लेकर प्रशासन आंदोलनकारी अड़ें

जागरण संवाददाता, पानीपत : आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय रविवार से धरने पर बैठेंगे। धरन

By Edited By: Publish:Sun, 29 Jan 2017 01:53 AM (IST) Updated:Sun, 29 Jan 2017 01:53 AM (IST)
आरक्षण धरना स्थल को लेकर प्रशासन आंदोलनकारी अड़ें
आरक्षण धरना स्थल को लेकर प्रशासन आंदोलनकारी अड़ें

जागरण संवाददाता, पानीपत : आरक्षण की मांग को लेकर जाट समुदाय रविवार से धरने पर बैठेंगे। धरना स्थल को लेकर शनिवार देर रात तक सहमति नहीं बन पाई। आदोलनकारी कालाअंब के पास धरने पर बैठने का दावा कर रहे हैं। प्रशासन की तरफ सुझाए गए जाटल स्टेडियम के विकल्प को आंदोलनकारियों ने खारिज कर दिया। उग्राखेड़ी के पास ही धरने देने का ऐलान किया है। आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्पेशल फोर्स ने शहर में देर शाम फ्लैग मार्च किया।

जाट आरक्षण की आग फिर से सुलगती दिख रही है। आंदोलनकारी सुबह 9 बजे से धरने पर बैठेंगे। प्रशासन आंदोलनकारियों को मनाने के लिए कई दौर की वार्ता कर चुका है। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलनकारी शांतिपूर्वक धरना देने पर अड़े हैं। आंदोलनकारियों ने धरना स्थल के रूप में उग्राखेड़ी स्टेडियम की अनुमति मांगी थी। गांव की पंचायत ने प्रस्ताव पास कर स्टेडियम में बैठने की अनुमति नहीं दी। समिति की तरफ से उग्राखेड़ी से कालाअंब के रास्ते पर ओम कुमार पुत्र बलवंत मलिक की जमीन को धरना स्थल के रूप में चयनित किया। आंदोलनकारियों ने दावा किया कि 18 कैनाल जमीन देने पर राजी है। प्रशासन को इसका पत्र सौंप दिया। ओम कुमार ने शनिवार को प्रशासन को पत्र भेज कर कहा कि गलती से किला (जमीन) आंदोलनकारियों को दे दिया था। गांव के लोग उनसे नाराज हो गए हैं। आंदोलनकारियों को रोकने के लिए प्रशासन उनकी मदद करे।

आंदोलनकारियों की एसडीएम के साथ बैठक

दोपहर 2 बजे समिति के जिला प्रधान सतबीर देसवाल स्टेट कार्यकारिणी के प्रताप सिंह दहिया व सुरेंद्र मलिक को लेकर लघु सचिवालय पहुंचे। एसडीएम विवेक चौधरी से उनकी बातीचत हुई। लेकिन आंदोलन स्थल को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। प्रशासन की तरफ से जाटल स्टेडियम का प्रस्ताव दिया गया। संघर्ष समिति के सदस्य इस पर तत्काल सहमत नहीं हुए।

उग्राखेड़ी में अनुमति नहीं मिलेगी : एसडीएम

शनिवार देर शाम 7 बजे कार्यालय में बुलाए गए पत्रकार वार्ता में एसडीएम विवेक चौधरी ने कहा कि प्रशासन उग्राखेड़ी में धरने पर बैठने की अनुमति नहीं देगा। ओम कुमार की तरफ से प्रशासन को भेजा गया पत्र भी दिखाया। एसडीएम ने कहा कि आंदोलनकारियों का उग्राखेड़ी की तरफ अड़ना गलत मंशा है। प्रशासन किसी पक्ष पर कोई दबाव नहीं बना रहा। ओम कुमार के गुहार लगाने के बाद आंदोलनकारियों को जाटल स्टेडियम का विकल्प दिया गया है। डीएसपी जगदीप दूहन ने कहा कि मतलौडा व भापरा स्टेडियम में भी शांतिपूर्वक धरना दे सकते हैं। धरने का का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा। धारा के 144 लगाने के प्रश्न पर कहा कि शहर में लागू है। आदोलन स्थल तय होते ही वहां लगा दी जाएगी।

फ्लैग मार्च के बाद डीसी एसपी ने किया भ्रमण

जाट आंदोलन को देखते हुए शहर में दोपहर बाद से चौक चौराहों पर पुलिस का दस्ता तैनात कर दिया गया। सेक्टर 25 स्थित मॉल के पास बोरियों में बालू भर कर बंकर बनाया गया है। 24 घंटे इस बंकर में पुलिसकर्मी की डयूटी रहेगी। थाना चांदनी बाग के पास महिला पुलिसकर्मियों ने फ्लैग मार्च किया। देर शाम 7 बजे डीसी डॉ. चंद्रशेखर खरे व एसपी राहुल शर्मा 15-16 गाड़ियों के काफिले को लेकर शहर में निकले। सुखदेव नगर से उनका काफिला जीटी रोड, सनौली रोड, नवांकोट गुरुद्वारा, सेक्टर 12 आर्य समाज रोड एंजेल प्राइम मॉल, सनातन धर्म शिव मंदिर व सेक्टर 25 मित्तल मेगा मॉल चौराहे से होकर चांदनी बाग थाने की तरफ रवाना हो गया। डयूटी पर पुलिस बल मुस्तैद रहे। गाडि़यों के सायरन सुनकर पुलिसकर्मी दौड़ते भागते दिखाई दिए।

60/20 में लगाएंगे टेंट

फोटो :

संघर्ष समिति के प्रधान सतबीर सिंह देसवाल ने बताय कि उग्राखेड़ी मोड़ के आसपास ही धरने पर बैठेंगे। 60 गुणे 20 फीट का टेंट लगाएंगे। अलग से 120 फीट बिछेगी। शांतिपूर्वक धरने पर बैठेंगे। धरने स्थल को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने दबाव बनाया है।

18 फरवरी को सुलगी थी आंदोलन की चिंगारी

वर्ष 2016 में 18 फरवरी से जाट आरक्षण आंदोलन की चिंगारी सुलगी थी। जीटी रोड पर सिवाह गांव के पास 21 फरवरी को स्थिति भयावह हो गई। पुलिस प्रशासन सहित सेना के जवान दिन रात डटे रहे। बमुश्किल 23 फरवरी को सुलह होने के बाद आंदोलनकारियों ने धरना समाप्त किया था। हरियाणा में सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान के साथ लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी।

बहकावे में न आएं

थर्मल : आंदोलन को देखते हुए डीएसपी यातायात विद्यावती ने शनिवार को गांव सोदापुर में ग्रामीणों की बैठक ली। ग्रामीणों को भाईचारा बनाए रखने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि असमाजिक तत्वों के बहकावे में न आएं। अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। ऐसे तत्वों की सूचना पुलिस को तुरंत दी जाए। बैठक में नगर निगम आयुक्त वीना हुड्डा व सरपंच राजेश सैनी भी मौजूद रहे।

गांवों में नहीं ठहरेंगी बसें

जाट आरक्षण आंदोलन को देखते हुए डिपो प्रबंधन सतर्क हो गया। कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई है। लोकल रुटों पर चलने वाली बसें रात को गांवों में नहीं रुकेंगी। डिपो में बस का ठहराव होगा। अधिकारी यहां रात को मौजूद रहेंगे। पानीपत डिपो में करीब 30 बसें गांवों में रुकती है। सुबह उसी गांव से चल कर लोकल रुट से पानीपत पहुंचती है। आंदोलन के चलते गांव में बसों के ठहराव पर रोक लगा दी गई। चालक-परिचालक रात को डिपो के रेस्ट रुम में रह सकते हैं। यातायात प्रबंधक संजय कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दी गई।

रिजर्व में 16 जवान

आंदोलन के मद्देनजर रेलवे सुरक्षा बल सतर्क है। 16 जवान रिजर्व में रखे गए हैं। आरपीएफ इंस्पेक्टर जीएस गौतम ने बताया कि जरूरत पड़ने पर दिल्ली से और जवान आ जाएंगे। जीआरपी मुख्यालय से पानीपत व समालखा सभी स्टेशनों पर स्पेशल फोर्स तैनात किए गए हैं। एसएचओ बृजपाल ने बताया कि मतलौडा, गोहाना व अन्य स्टेशनों पर भी फोर्स भेजा गया है। किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं।

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