मां-बेटी की हत्या के बाद आरोपित पड़ोसी ने थाने में जाकर सूचना दी, शवों को भी पुलिस के साथ अस्पताल ले गया

जागरण संवाददाता पानीपत इंद्रा विहार कालोनी की 46 वर्षीय रानी के करीब एक करोड़ की की

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Aug 2020 08:37 AM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 08:37 AM (IST)
मां-बेटी की हत्या के बाद आरोपित पड़ोसी ने थाने में जाकर सूचना दी, शवों को भी पुलिस के साथ अस्पताल ले गया
मां-बेटी की हत्या के बाद आरोपित पड़ोसी ने थाने में जाकर सूचना दी, शवों को भी पुलिस के साथ अस्पताल ले गया

जागरण संवाददाता, पानीपत : इंद्रा विहार कालोनी की 46 वर्षीय रानी के करीब एक करोड़ की कीमत के 900 गज के प्लॉट को हथियाने की पड़ोसी भीम सिंह और मोहित की नीयत थी। इसी वजह से उन्होंने दो साथियों के साथ मिलकर रानी और उसकी 16 वर्षीय बेटी अंजली को चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। दोहरे हत्याकांड के 14 घंटे बाद पड़ोसी भीम सिंह थाना मॉडल टाउन गया और पुलिस को बताया कि रानी के घर से टीवी की आवाज आ रही है। कोई अनहोनी न हो गई हो। पुलिस को शक न हो इसलिए भीम सिंह ने पुलिस कर्मचारियों के साथ मिलकर मां-बेटियों के शवों को सामान्य अस्पताल में भी ले गया और रोया भी। शोक जताने आए रिश्तेदारों से भी मिलता रहा। सीआइए-वन जांच के लिए कई बार रानी के घर पहुंची तो उनसे भी बातचीत करता रहा। अब भीम सिंह, उसका दोस्त व रानी का पड़ोसी मोहित, ढेहा बस्ती का विपिन और इसी कॉलोनी का सुमरित सीआइए-वन की गिरफ्त में हैं।

सीआइए-वन प्रभारी राजपाल सिंह ने बताया कि 18 अगस्त की शाम को चारों आरोपित हरिद्वार भागने की फिराक में थे। उन्हें सेक्टर छह की फाटक के पास से गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर तीन दिन का रिमांड लिया गया। भीम सिंह ने देहरादून, विपिन ने गाजियाबाद, मोहित ने जालंधर व सुमरित ने राजस्थान के चितौड़गढ़ में चाकू छिपा रखे हैं। रिमांड के दौरान आरोपितों की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल चाकू व कपड़े बरामद किए जाएंगे।

हत्या आरोपितों ने तीन घंटे तक शराब पार्टी की, बेटी को बचाने के लिए रानी उसके ऊपर लेट गई थी

डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार ने वीरवार को लघु सचिवालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि पड़ोसी मोहित ने रानी के प्लॉट की पांच हजार रुपये प्रति वर्ग गज कीमत लगाई थी। रानी 11 हजार रुपये प्रति वर्ग गज मांग रही थी। इससे मोहित रंजिश रखा था। भीम सिंह की पत्नी का मोहित मामा है। ये दोनों पेंटर हैं। भीम सिंह ने मोहित, दोस्त विपिन और सुमरित के साथ मिलकर 16 जुलाई की रात को 11 से 2 बजे तक शराब पार्टी की। उन्होंने साजिश रची की उनका दोस्त रानी का बेटा अंकुश इदरीश हत्याकांड में जेल में बंद है। अगर वे मां-बेटी का कत्ल कर देंगे तो प्लॉट अंकुश के नाम हो जाएगा। वे अंकुश से प्लॉट हड़प लेंगे। प्लॉट को चारों हिस्सों में बांट लेंगे। तय साजिश के तहत 17 जुलाई की सुबह करीब चार बजे भीम सिंह रानी के घर में दाखिल हुआ। उसने रानी व अंजली को बेड पर सोता देखा। इसके बाद अंदर का दरवाजा खोल तीन साथियों को बुला लिया। टीवी की आवाज तेज कर दी, ताकि वे हमला करे तो आवाज बाहर सुनाई न दे। मोहित और सुमरित गेट पर खड़े हो गए। भीम सिंह और विपिन ने रानी पर चाकू से वार कर दिए। बेटी को बचाने के लिए रानी उसके ऊपर लेट गई। दोनों ने मां-बेटी का कत्ल किया। अलमारी खोल सामान बिखेरा और खून से सने हाथ धोकर भाग गए, ताकि ऐसा लगा कि लूट की वारदात में मां-बेटी का कत्ल हो गया।

हत्या आरोपितों ने मोबाइल बंद कर रखे थे, वारदात के बाद दो आरोपित भाग गए

भीम सिंह व उसके तीन साथियों ने वारदात से पहले मोबाइल फोन बंद कर दिए थे। ताकि वे पुलिस की पकड़ में न आए। मोहित और भीम सिंह घर से नहीं भागे। अन्य दो आरोपित कुछ दिनों के लिए शहर छोड़कर भाग गए थे। सीआइए-वन ने रानी और बेटे अंकुश के नजदीक लोगों की सूची तैयार की। 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। 18 अगस्त की शाम को मुखबिर की सूचना पर चारों आरोपित सीआइए-वन के शिकंजे में फंस गए। आरोपित मोहित व सुमरित मजदूर करते हैं।

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