नगर निगम चुनाव: आज होगी कयामत की रात, मतदान से पहले दिग्‍गजों की परीक्षा की घड़ी

हरियाणा में नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को मतदान होगा। इसमें मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल सहित कई दिग्‍गजों की प्रतिष्‍ठा दांव पर है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sat, 15 Dec 2018 09:11 AM (IST) Updated:Sat, 15 Dec 2018 09:11 AM (IST)
नगर निगम चुनाव:  आज होगी कयामत की रात, मतदान से पहले दिग्‍गजों की परीक्षा की घड़ी
नगर निगम चुनाव: आज होगी कयामत की रात, मतदान से पहले दिग्‍गजों की परीक्षा की घड़ी

चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। सर्दी की पहली बरसात के बाद आसमान में छाये बादल हट चुके, लेकिन हरियाणा में नगर निगम व नगर पालिका चुनाव में चुनावी तस्वीर साफ नहीं है। राज्‍य में रविवार को होनेवाले चुनाव के मद्देनजर प्रत्‍याशियों के लिए अाज की रात किसी कयामत से कम नहीं हो्गी। यह चुनाव मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल सहित सभी दिग्‍गजों के लिए प्रतिष्‍ठा का प्रश्‍न बन गया है। राज्‍य में मौसम में लगातार घुल रही ठंड के बावजूद तप रहा सियासी पारा उम्मीदवारों के पसीने छुड़ा रहा है। राजस्थान से लगते हिसार में तो अब राजनीतिक गतिविधियां पड़ोसी प्रदेश से निकल कर स्थानीय सियासत पर केंद्रित हो गई हैं।

सर्द मौसम पर चढ़ी सियासी गर्मी, हार-जीत की पटकथा आज, चुनावी तस्वीर साफ नहीं

चुनावी दंगल में लंगोट बांधकर उतरे पहलवान प्रचार के अंतिम दौर में मतदाताओं को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। रविवार सुबह शुरू होने वाले मतदान से पहले शनिवार की रात प्रत्याशियों के लिए कयामत की रात होगी, जिसमें काफी हद तक उनकी हार-जीत की पटकथा लिखी जानी है।

त्रिकोणीय मुकाबले ने बढ़ाई मेयर प्रत्याशियों की धड़कनें

पांच राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद हरियाणा में निगम चुनाव सत्तारूढ़ भाजपा के लिए नाक का सवाल बने हैं। यही वजह है कि रोहतक, यमुनानगर, करनाल और पानीपत की तर्ज पर हिसार में पार्टी ने पूरी ताकत झोंक रखी है। पिछली दो बार से विधानसभा चुनाव हारते रहे गौतम सरदाना पर विश्वास जताते हुए पार्टी ने न केवल उन्हें कमल थमाया, बल्कि पूरी रणनीति के तहत प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जनसभा के जरिये वोटरों को साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

भाजपा के हरियाणा प्रभारी डॉ. अनिल जैन भी लगातार बैठकें कर चुनावी गणित बैठाते रहे तो प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के साथ करीब आधा दर्जन मंत्री वार्डों मेें जाकर वोटरों से मिल रहे हैं। पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और विधायक रेणुका बिश्नोई ने हाथ मिलाते हुए भाजपा के बागी हुनमान ऐरन की पत्नी रेखा ऐरन को जिस तरह मैदान में उतारा, उससे मेयर का मुकाबला कांटे का हो गया है।

इनेलो-बसपा गठबंधन के अमित सैनी मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं, लेकिन सांसद दुष्यंत की पार्टी में शामिल हुआ पार्टी वर्करों का बड़ा तबका उनकी राह का बड़ा रोड़ा है। सांसद चौटाला ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं, जिससे नई पार्टी के वर्कर असमंजस में हैं।

इन दिग्गजों की भी प्रतिष्ठा दांव पर

इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी बनाने वाले सांसद दुष्यंत चौटाला हिसार से सांसद हैं तो भाजपा के डॉ. कमल गुप्ता यहां से विधायक। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु का हलका नारनौंद, कांग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई के हलके आदमपुर के साथ ही इनेलो विधायक रणबीर सिंह गंगवा के नलवा और वेद नारंग के बरवाला हलके का कुछ क्षेत्र हिसार निगम में आता है। यहां पार्टी प्रत्याशी की हार-जीत का सेहरा इनके सिर पर बंधेगा। शहर से विधायक रहीं सावित्री जिंदल और विधायक रेणुका बिश्नोई की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।

आंकड़ों की नजर में चुनाव

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20 वार्ड

22 मेयर पद के प्रत्याशी

204 पोलिंग बूथ

2,26,210 मतदाता

1,200,63  पुरुष मतदाता

1,06,147  महिला मतदाता

6 और 9 नंबर वार्ड एससी, वार्ड 10 एससी महिला, 7 और 8 बीसी और 2,3,5,11,13 व 20 महिलाओं के लिए आरक्षित है।

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कारगर होगा पंजाबी और अग्रवाल फैक्टर

जातिगत समीकरणों की बात करें तो हिसार नगर निगम में पंजाबी और अग्रवाल फैक्टर कारगर होगा। यहां पंजाबी बिरादरी के करीब 70 हजार और अग्रवाल समाज के 40 हजार मतदाता हैं। सामान्य जातियों के अलावा दलित बिरादरी के मतदाताओं की संख्या भी अच्छी-खासी है जो चुनाव को प्रभावित करेगी। राजस्थान में रिश्तेदारियों का फायदा उठाते हुए कई उम्मीदवार उन्हें वार्डों में बुलाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों में लगे हैं।

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ये हैं मुख्य मुद्दे

शहर को अतिक्रमण, जाम और बेसहारा पशुओं से मुक्त कराना चुनाव के मुख्य मुद्दे हैं। इसके अलावा विकास में भेदभाव, पेयजल की कमी, टूटी-फूटी स्ट्रीट लाइट, सड़कों पर गड्ढे, सुरक्षा और सफाई व्यवस्था ऐसे मुद्दे हैं जिनसे प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होगा।

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