हरियाणा पुलिस, स्वास्थ्य और वित्त विभाग से था भर्ती घोटाला रैकेट का सीधा कनेक्शन

हरियाणा में भर्ती घोटाला रैकेट का कनेक्शन हरियाणा पुलिस सहित कई विभागों से था। नौकरियां बेचने वाले रैकेट पर अफसरों और नेताओं का हाथ था।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 09 Apr 2018 12:25 PM (IST) Updated:Mon, 09 Apr 2018 05:30 PM (IST)
हरियाणा पुलिस, स्वास्थ्य और वित्त विभाग से था भर्ती घोटाला रैकेट का सीधा कनेक्शन
हरियाणा पुलिस, स्वास्थ्य और वित्त विभाग से था भर्ती घोटाला रैकेट का सीधा कनेक्शन

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) में नौकरियां बेचने वाले रैकेट के हाथ बेहद लंबे थे। इन कर्मचारियों का सरकार के कई विभागों से सीधा कनेक्शन था। वित्त विभाग के अलावा हरियाणा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ भी इन कर्मचारियों के तार जुड़े हुए थे। यह कर्मचारी न सिर्फ नौकरियां लगवाने के लिए सौदेबाजी करते थे, बल्कि ज्वाइनिंग और तबादले कराने के खेल में भी जमकर पैसा कूटते थे।

आयोग के पंचकूला मुख्यालय से पकड़े गए इन कर्मचारियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान कई चौकाने वाले खुलासे किए हैैं। सीएम फ्लाइंग ने इन कर्मचारियों को नौकरियों के लिए सौदेबाजी करते हुए गिरफ्तार किया था। हरियाणा पुलिस इन कर्मचारियों को कोर्ट से रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

दरअसल, सरकार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के कुछ कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर तभी संदेह हो गया था, जब विधानसभा में इनेलो विधायक रवींद्र बलियाला ने यह मुद्दा उठाया कि जिन दिन पंचकूला में हिंसा हुई, उस दिन कुछ कर्मचारी आयोग के कार्यालय में अंदर कुछ गड़बड़ी करते पाए गए थे। सरकार हालांकि तब चुप रही, लेकिन तब से इन कर्मचारियों की गतिविधियों पर निगाह रखी जा रही थी।

नौकरियां बेचने के रैकेट में सामने आएंगे कई बड़े लोगों के नाम

पकड़े गए कर्मचारियों की फोन कॉल डिटेल और रिकार्डिंग के आधार पर पुलिस मामले की तह में पहुंच रही है। इन कर्मचारियों को राजनीतिक संरक्षण की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। पूछताछ आगे बढऩे पर नौकरियां बेचने के रैकेट में कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

गिरोह में हरियाणा सचिवालय के कुछ लोग शामिल हो सकते हैं। पूछताछ में पता चला है कि सभी आरोपितों ने काम बांटा हुआ था। किसी का काम नए लोगों को लेकर आना था तो किसी को पेमेंट लेकर। कोई रिकार्ड का रखरखाव करता था तो किसी को रोल नंबरों को रखने और उन पर काम कराने का जिम्मा था।

करीब तीन दर्जन लोगों को नोटिस देने की तैयारी

जांच के आधार पर पंचकूला पुलिस की ओर से नोटिस तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें करीब तीन दर्जन लोगों को निशाने पर लिया जा सकता है। इन लोगों को जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

डाटा आपरेटर पुनीत पूरे रैकेट की अहम कड़ी

पंचकूला पुलिस के मुताबिक आयोग में पकड़ा गया कर्मचारी बलवान नए लोगों की तलाश कर पुनीत से मिलवाता था। पुनीत आयोग में डाटा ऑपरेटर का काम देखता था। पुनीत इस केस की सबसे अहम कड़ी है, क्योंकि उसके पास सारा डाटा होता था। रोहताश को समस्त आइडी की जानकारी होती थी। सुरेंद्र नाम का कर्मचारी भी गिरोह में अहम कड़ी है। रोल नंबर से लेकर डॉक्यूमेंट के बारे में सुखविंदर व सुभाष चंद को जानकारी होती थी। गोपनीय ब्रांच में सुखविंदर को रिजल्ट से जुड़ी सारी जानकारी हासिल थी।

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