किसानों को जैविक खेती के बताए लाभ

कृषि विभाग द्वारा खंड ¨पजौर स्थित वन विभाग के ऑडिटोरियम में किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए स्वर्ण जयंती किसान सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Feb 2017 06:53 PM (IST) Updated:Wed, 22 Feb 2017 06:53 PM (IST)
किसानों को जैविक खेती के बताए लाभ
किसानों को जैविक खेती के बताए लाभ

संस, पिंजौर : कृषि विभाग द्वारा खंड ¨पजौर स्थित वन विभाग के ऑडिटोरियम में किसानों को जैविक खेती अपनाने के लिए स्वर्ण जयंती किसान सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक डॉ. अशोक कुमार ने उनके विभाग द्वारा पशुपालकों के हित में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। हरियाणा किसान आयोग के चेयरमैन डॉ. रमेश यादव मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।

कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बलवान सिंह ने कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किसानों के समक्ष आने वाली चुनौतियों के समाधान हेतु विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे अनुसंधान के बारे में जानकारी दी। बताया कि किसान कृषि वानिकी अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

क्षेत्रीय जैविक कृषि केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. संजीव इगले ने जैविक उत्पादों के प्रमाणीकरण हेतु चलाई जा रही स्कीमों का विस्तार से वर्णन किया। सरकार की पीजीएस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। संयुक्त निदेशक साख्यिकी हरियाणा जगराज डाडी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया। डॉ. सत्यव्रत ने जैविक खेती से जुड़े विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया।

शिविर की अध्यक्षता करते हुए हरियाणा किसाना आयोग के चैयरमैन डॉ. रमेश यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने किसानों के हित में विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं। जैविक खेती को प्रोत्साहन भी उसी कड़ी में एक कदम है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग उप कृषि निदेशक डॉ. वजीर सिंह ने किसानों को परंपरागत कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना इत्यादि की जानकारी दी।

chat bot
आपका साथी