सकारात्मक सोच से हिसार की एकता ने पहले जीती जीवन की जंग, फिर में दिखाया दम, पढ़ें संघर्ष की कहानी...

हिसार की एकता भ्याण एक हादसे में घायल हो गई थी। इसके बाद वह दिव्यांग हो गई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अपनी सकारात्मक सोच से एकता ने पहले जीवन की जंग जीती और फिर खेलों में पदक जीतकर सफलता हासिल की।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Mon, 04 Jul 2022 06:23 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jul 2022 09:06 AM (IST)
सकारात्मक सोच से हिसार की एकता ने पहले जीती जीवन की जंग, फिर में दिखाया दम, पढ़ें संघर्ष की कहानी...
हिसार की एकता भ्याण जिसने सकारात्मक सोच से जीती जीवन की जंग। जागरण

जागरण संवाददाता, हिसार। जीवन की कठिनाइयों को हराकर अपनी कड़ी मेहनत से हिसार की एकता भ्याण दूसरों को प्रेरणा दे रही हैं। एक सड़क दुर्घटना में रीड की हड्डी टूटने से शरीर पैरालाइज हो गया। जिंदगी और मौत के बीच की जंग लड़ते हुए उसे जीत हासिल हुई।

एकता इसके बाद व्हीलचेयर पर आ गई। शरीर दिव्यांग हो गया। एकता भ्याण ने इस दिव्यांगता को जीवन की कमजोरी नहीं बनने दिया, बल्कि हौसला दिखाया और कोशिश की। कोशिश के दौरान उनकी कड़ी मेहनत ने उन्हें खेल में सफलता के मुकाम तक पहुंचाया। प्रदेश सरकार ने खेल एंव युवा कार्यक्रम विभाग की ओर से पैरा एथलीट एकता भ्याण को भीम अवार्ड से नवाजा है।

उम्मीद की किरण

किसी दुर्घटना का शिकार होकर नाउम्मीद लोगों के लिए एकता भ्याण की सफलता एक उम्मीद की किरण है। एक दुर्घटना ने जब उसे व्हीलचेयर तक पहुंचा दिया तब भी एकता ने सकारात्मक सोच बनाए रखी। जोश, मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ खेल में आगे बढ़ी और बेहतर मुकाम पाया।

एकता की उपलब्धियों को देख पीएम ने भी दिया सम्मान

एकता भ्याण का जन्म हिसार में हुआ। 18 वर्ष की उम्र में ही ट्रक से हुई एक सड़क दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी टूट गई, जिससे उनका शरीर पैरालाइज हो गया। जिंदगी मौत से लड़ने के बाद एकता व्हीलचेयर पर आ गईं। उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इसी अवस्था में अपनी पढ़ाई पूरी की। यहां तक कि हरियाणा सिविल सर्विस के माध्यम से हिसार में सहायक रोजगार अधिकारी के रूप में नौकरी हासिल की।

फिर अर्जुन अवार्डी पैरा एथलीट अमित सरोहा ने पैरा एथलेटिक्स के लिए एकता को दिशा दिखाने का काम किया। इसके बाद खेल की बारीकियां सीखी और कड़ी मेहनत की। डिस्कस थ्रो और क्लब थ्रो में एकता देश के लिए कई पदक हासिल कर चुकी हैं।

एकता हरियाणा से टोक्यो पैरालिंपिक में जाने वाली हरियाणा से एकमात्र महिला पैरा एथलीट रहीं। उन्हें रोल माडल श्रेणी में दिव्यांगता के साथ सशक्त व्यक्ति का राष्ट्रीय अवार्ड भी मिला। महिला दिवस पर हरियाणा के राज्यपाल ने भी अवार्ड दिया। 2019 में पैराएथलीट आफ द ईयर अवार्ड, स्पोर्ट्स वीमेन आफ द ईयर अवार्ड सहित एकता की उपलब्धियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी प्रशस्ति पत्र से नवाज चुके हैं।

एकता की खेल में उपलब्धि

2019 टोक्यो पैरालिंपिक के लिए चयनित हुईं और दुबई में विश्व पैराएथलेटिक्स चैंपियनशिप में एकमात्र महिला पैरा एथलीट के रूप में कोटा लिया। एशिया में क्लब थ्रो खेल में पहली रैंक

2018 एशियन पैरा गेम्स जकार्ता में क्लब थ्रो में गोल्ड मेडल ट्यूनीशिया में विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रांड प्रिक्स में क्लब थ्रो में एक गोल्ड मैडल व डिस्कस थ्रो में एक ब्रांज मेडल पाया। राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एक गोल्ड मेडल क्लब थ्रो व एक गोल्ड मेडल डिस्कस थ्रो में पाया। ग्रांड प्रिक्स बंग्लौर में दो गोल्ड मैडल क्लब थ्रो व डिस्कस थ्रो में पाए। क्लब थ्रो और डिस्कस थ्रो खेलों में एशिया में पहली रैंक पाई।

2017 जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में क्लब थ्रो में गोल्ड मेडल पाया। जयपुर में आयोजित राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में डिस्कस थ्रो में गोल्ड मेडल पाया। दुबई में आयोजित ग्रांड प्रिक्स में चौथा स्थान और क्लब थ्रो- डिस्कस थ्रो में नया एशियन रिकार्ड बनाया। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में लंदन में भारत का प्रतिनिधित्व किया। एशियन रैंप प्रथम व विश्व रैंक में छठवीं जगह बनाई।

2016 जर्मनी में आयोजित ग्रांड प्रिक्स में क्लब थ्रो में सिल्वर मेडल पाया। पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में क्लब थ्रो में गोल्ड मेडल पाया। पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में डिस्कस थ्रो में ब्रांज मेडल पाया।

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