स्कंदमाता की आराधना कर मांगी मन्नत

वरात्र के पांचवें दिन श्रद्धालुओं ने मां स्कंदमाता की अराधना कर मन्नत मांगी। स्कंद देव कार्तिकेय देवताओं के सेनापति हैं और इनकी माता स्कंदमाता असुरों को पराजित करने वाली हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Apr 2019 09:25 AM (IST) Updated:Thu, 11 Apr 2019 09:25 AM (IST)
स्कंदमाता की आराधना कर मांगी मन्नत
स्कंदमाता की आराधना कर मांगी मन्नत

जागरण संवाददाता करनाल : नवरात्र के पांचवें दिन श्रद्धालुओं ने मां स्कंदमाता की अराधना कर मन्नत मांगी। स्कंद देव कार्तिकेय देवताओं के सेनापति हैं और इनकी माता स्कंदमाता असुरों को पराजित करने वाली हैं। सतगुणों की रक्षा करने वाली मां के समक्ष श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामना प्राप्ति के लिए प्रार्थना की। वैसे भी पंचमी तिथि पूर्णा तिथि होने के कारण सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाली है।

आज होगी मां कात्यायनी की पूजा

गुरुवार को मां दुर्गा के छोटे रूप कात्यायनी की पूजा होगी। मां कात्यायनी हर तरह से रक्षा करने वाली है। महिषासुर राक्षस का वध करने वाली मां कात्यायनी की पूजा से श्रद्धालुओं को अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। लाल और सफेद वस्त्र धारण कर इनकी पूजा करनी चाहिए। मां कात्यायनी की पूजा में श्रद्धालुओं को प्रसाद में शहद का प्रयोग जरुर करना चाहिए। बुद्धि प्राप्ति के लिए भी मां की पूजा करनी चाहिए।

बालकों का कष्ट हरने वाली है मां कात्यायनी

मां बच्चों का हर प्रकार का कष्ट हरने वाली है। बच्चा रोता हो, नींद नहीं आती हो या फिर भूख न लगती हो तो श्रद्धालुओं को मां कात्यायनी की विधि-पूर्वक पूजा करनी चहिए। मां हर तरह से रक्षा करने वाली है चाहे वह दैहिक हो, देविक हो या फिर भौतिक।

पंडित शिवकुमार शुक्ला, पुजारी श्रीदुर्गा भवानी ट्रस्ट मंदिर

chat bot
आपका साथी