करनाल में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से मेयर को रखा दूर

विकास सदन में मंगलवार को स्मार्ट सिटी के अहम प्रोजेक्ट इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की टेक्निकल प्रेजेंटेशन हुई। स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन सरन इस लाइव टेक्निकल प्रेजेंटेशन को देखने पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Aug 2019 09:29 AM (IST) Updated:Thu, 22 Aug 2019 06:35 AM (IST)
करनाल में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से मेयर को रखा दूर
करनाल में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट से मेयर को रखा दूर

जागरण संवाददाता, करनाल : विकास सदन में मंगलवार को स्मार्ट सिटी के अहम प्रोजेक्ट इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की टेक्निकल प्रेजेंटेशन हुई। स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन सरन इस लाइव टेक्निकल प्रेजेंटेशन को देखने पहुंचे। नगर निगम आयुक्त राजीव मेहता, उप निगमायुक्त धीरज कुमार सहित नगर निगम की स्मार्ट सिटी की टीम इस अहम बैठक में थी। लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक में मेयर रेणुबाला सहित किसी भी जनप्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया। जनप्रतिनिधियों को इस बैठक से दूर करने से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। मेयर को इस अहम बैठक से दूर करना भी शहर में चर्चा का विषय बना हुआ हैं, चूंकि मामला स्मार्ट सिटी से जुड़ा हुआ है। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अधिकारियों से पहले जनप्रतिनिधियों का सबसे ज्यादा सहयोग है। लेकिन गुपचुप तरीके से की गई बैठक पर सवाल भी खड़े होने शुरू हो गए हैं।

तीन कंपनियों ने दी टेक्निकल प्रेजेंटेशन

विकास सदन में चार घंटे तक चली टेक्निकल प्रेजेंटेशन में तीन कंपनियां पहुंची। तीनों कंपनियों ने लाइव प्रेजेंटेशन प्रधान सचिव आनंद मोहन सरन व निगम अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत की। टेक्नीनिकल बीड़ ओपन होने के बाद शुक्रवार को फाइनेंशियल बीड़ ओपन की जाएंगी। इसके बाद कंपनियों का स्कोर बनेगा, जिसके बाद वर्क टेंडर अलॉट किए जाएंगे। टेंडर होने के एक साल के अंदर ही इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निर्माण करना होगा। इस पर करीब 122 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी। पूरे शहर में 360 डिग्री पर घूमने वाले कैमरे लगेंगे। शहर का कंट्रोल इसी प्रोजेक्ट से होगा। वर्जन

प्रधान सचिव आनंद मोहन सरन के सामने स्मार्ट सिटी के आइसीसीसी प्रोजेक्ट की टेक्निकल प्रेजेंटेशन हुई है। इस प्रकार की बैठक में कोई पॉलिटिकल व्यक्ति नहीं बुलाया जा सकता। यह टेक्निकल विषय था। इसलिए मेयर व जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाया गया।

राजीव मेहता, आयुक्त, नगर निगम करनाल। वर्जन

विकास सदन में बंद कमरे में हुई बैठक में अधिकारियों ने अपने स्तर पर क्या गुफ्तगू की, उन्हें नहीं पता। सिर्फ पता चला कि इस तरह की कोई बैठक आयोजित हुई है।

रेणु बाला गुप्ता, मेयर नगर निगम करनाल।

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