पराली जलाने वालों पर कृषि विभाग सख्त

डॉ. डबास ने बताया कि किसान रात के समय पराली जला रहे हैं। वह यह मानते हैं कि दिन में ऐसा करने पर वह विभाग की नजरों में आ जाएंगे लेकिन किसानों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि सेटेलाइट से भी उनकी निगरानी की जा रही है। दिन हो या रात जहां भी पराली जलाई जाती है तुरंत उस जगह को चिह्नित कर लिया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Oct 2019 08:56 AM (IST) Updated:Wed, 23 Oct 2019 08:56 AM (IST)
पराली जलाने वालों पर कृषि विभाग सख्त
पराली जलाने वालों पर कृषि विभाग सख्त

जागरण संवाददाता, करनाल : पराली जलाने वालों के खिलाफ कृषि विभाग सख्त कदम उठा रहा है। बावजूद इसके किसान लगातार पराली जला रहे हैं। जिले में 400 से अधिक पराली जलाने के मामले सामने आ चुके हैं। कृषि विभाग का कहना है कि अब ऐसे किसानों पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने कहा कि विभाग पराली नहीं जलाने को लेकर लगातार किसानों को जागरूक कर रहा है। फिर भी किसान यह बात नहीं समझ रहे कि वह पराली जलाकर पर्यावरण के साथ-साथ भूमि की सेहत भी खराब कर रहे हैं। इस मामले में कई किसानों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जा चुकी है।

अंधेरे में पराली को कर रहे आग के हवाले

डॉ. डबास ने बताया कि किसान रात के समय पराली जला रहे हैं। वह यह मानते हैं कि दिन में ऐसा करने पर वह विभाग की नजरों में आ जाएंगे, लेकिन किसानों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि सेटेलाइट से भी उनकी निगरानी की जा रही है। दिन हो या रात, जहां भी पराली जलाई जाती है, तुरंत उस जगह को चिह्नित कर लिया जाता है।

भूमि की उपजाऊ शक्ति होती है कम

डॉ. आदित्य डबास ने बताया कि खेतों में पराली जलाने से मिट्टी की ऊपरी सतह जल जाती है, जिससे भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है। जिसके चलते अगली फसल के लिए ज्यादा पानी, खाद कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल करना पड़ता है। अगर किसान खेतों में पराली दबा देते हैं तो भूमि की उपजाऊ शक्ति कम नहीं होती, यही पराली खाद का काम करती है। ऐसी जमीन में बीजी गई अगली फसल को भी कम पानी देना पड़ता है।

लगातार जागरूक कर रहे

उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने कहा कि पराली न जलाने को लेकर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। हमारी टीमें लगातार इस पर निगरानी रख रही हैं। किसानों से बात कर पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में भी बताया जा रहा है। अवशेष जलाने के अब तक जितने भी मामले सामने आए हैं, उन पर कार्रवाई की जा रही है।

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