धीरे-धीरे बढ़ रही नैनो खाद की डिमांड, अब तक 44 हजार बोतल की हुई बिक्री

जागरण संवाददाता कैथल इन दिनों यूरिया खाद की किल्लत चल रही है। यूरिया को लेकर किसान ल

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 05:10 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 05:10 PM (IST)
धीरे-धीरे बढ़ रही नैनो खाद की डिमांड, अब तक 44 हजार बोतल की हुई बिक्री
धीरे-धीरे बढ़ रही नैनो खाद की डिमांड, अब तक 44 हजार बोतल की हुई बिक्री

जागरण संवाददाता, कैथल : इन दिनों यूरिया खाद की किल्लत चल रही है। यूरिया को लेकर किसान लंबी-लंबी लाइनों में लगने को मजबूर हैं, बरसात के बाद तो डिमांड और ज्यादा बढ़ गई है। वहीं कृषि अधिकारियों का कहना है कि नैनो खाद यूरिया खाद से भी ज्यादा कार्य गेहूं की फसल में काम करता है। इस खाद के डालने से गेहूं के पौधों को सीधा लाभ मिलता है। 85 से 90 प्रतिशत फायदा पौधे को होता है, जबकि यूरिया खाद से 35 से 40 प्रतिशत फायदा ही पौधे को पहुंचता है। यूरिया खाद को डालते समय काफी खाद हवा में उड़ जाता और अन्य खाद जमीन में मिल जाता है, जबकि नैना खाद का स्प्रे सीधा पौधे में जाता है। नैनो खाद को लेकर अब किसानों में जागरूकता आ रही है। इस खाद का भाव यूरिया से कम है। यूरिया का एक बैग 266 रुपये में मिलता है, जबकि नैनो खाद की 500 एमएल की बोतल 244 रुपये में मिलती है। अब तक 44 हजार बोतल की बिक्री हो चुकी है। एक एकड़ में एक बोतल डाली जाती है। यह खाद आसानी से मार्केट में मिल भी रहा है। आने वालों तीन दिनों में इसी बिक्री 50 हजार से ज्यादा पहुंच जाएगी।

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कृषि उप निदेशक डा. कर्मचंद ने बताया कि नैनो यूरिया खाद की बिक्री अब बढ़ रही है। किसानों को इसके फायदे के बारे में बताया जा रहा है। अब तक 44 हजार बोतल इस खाद की खरीदी जा चुकी हैं, अगले दो-तीन दिनों में 50 हजार बोतल की खरीद हो जाएगी। इस खाद का प्रयोग करने से गेहूं की फसल को फायदा होगा। किसानों को यह यूरिया खाद से कम भाव पर मिल रहा है। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया तरल नाइट्रोजन का एक अनूठा स्त्रोत है, यह फसल में नाइट्रोजन की कमी को पूरा करता है। यूरिया खाद की अपेक्षा यह खाद गेहूं के पौधे के लिए काफी फायदेमंद है। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया तरल को 125 लीटर पानी में मिलाकर गेहूं की फसल में छिड़काव कर सकते हैं। इस खाद के प्रयोग से फसल का उत्पादन भी अच्छा रहेगा।

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