हिसार की मंडियों में सरसों की खरीद शुरू, थर्मल स्कैनिंग के बाद मिली किसानों को एंट्री

20 अप्रैल से गेहूं की खरीद होगी शुरू आढ़तियों को खुद ही श्रमिकों का करना होगा इंतजाम। हर मंडी के गेट पर 10-10 पुलिस कर्मी रहेंगे तैनात

By Manoj KumarEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2020 01:52 PM (IST) Updated:Wed, 15 Apr 2020 01:52 PM (IST)
हिसार की मंडियों में सरसों की खरीद शुरू, थर्मल स्कैनिंग के बाद मिली किसानों को एंट्री
हिसार की मंडियों में सरसों की खरीद शुरू, थर्मल स्कैनिंग के बाद मिली किसानों को एंट्री

हिसार, जेएनएन। सरसों व गेहूं की खरीद के लिए मंडी प्रशासन ने रोडमैप तैयार कर लिया है। बुधवार को सरसों की खरीद का काम शुरू कर दिया गया। 20 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू की जाएगी। इसके लिए सब्जी मंडी, बालसमंद मंडी और अनाज मंडी हिसार को चयनित किया गया है। अपनी फसल मंडी तक लाने पर ही किसान को मंडी के गेट पर ही थर्मल स्कैनर से गुजारा गया। ताकि यह पता किया जा सके कि वह कोरोना संक्रमित तो नहीं है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग की एक टीम भी तैनात रहेगी तो संक्रमित या संदिग्ध व्यक्ति को तत्काल वहां से अलग क्वारंटाइन करेगी। इसके साथ ही लोग नियमों का पालन करें, इसके लिए प्रत्येक मंडी के गेट पर 10-10 पुलिस कर्मियों को तैनात करने की व्यवस्था की गई है।

खरीद के काम को मंडी की तरफ से देखने के लिए 20 कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। यही व्यवस्था गेहूं खरीद के समय लागू रहेगी। फसलों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से खरीद एजेंसियां करेंगी। गेहूं और सरसों मंडियों में लाने के लिए अब तक 28 हजार जमींदार ऑनालाइन पोर्टल पर पंजीकरण करा चुके हैं।

मंडी में आए किसानों की थर्मल स्‍कैनिंग करते स्‍वास्‍थ्‍य विभाग कर्मी

पिछले वर्ष से तुलनात्मक गेहूं व सरसों की फसलें

इस बार गेहूं का क्षेत्र-  1.26 लाख हैक्टेयर

इस बार सरसों का क्षेत्र- 80000 हैक्टेयर

कुल किसानों का पंजीकरण- 28 हजार

इस बार सरसों का सरकारी खरीद मूल्य- 4432

इस बार गेहूं का सरकारी खरीद मूल्य- 1925

पिछले वर्ष सरसों की खरीद- 1.50 लाख क्विंटल

पिछले वर्ष गेहूं की खरीद- 3.20 लाख क्विंटल

37 वर्ष बाद बालसमंद अनाज मंडी में आई रौनक, शुरू हुई सरसो खरीद

बालसमंद। वर्षों से खरीद शुरू होने की बांट जोह रही बालसमंद की अनाज मंडी में आज से सरसो की खरीद शुरू हो गई। क्षेत्र में शुरू हुई सरसो की खरीद ने किसानो की परेशानी को कम कर दिया है। खरीददारी के पहले दिन मंडी में सरसाना के किसानो की फसल की खरीददारी शुरू की गई। खरीद दो शिफ्टों में होगी। गौरतलब है कि करीब चौदह एकड़ में फैली बालसमंद की अनाज मंडी वर्ष 1972 में शुरू हुई थी। मंडी शुरू होने के करीब पांच साल तक तो मंडी में अनाज की खरीद शुरू हुई। ग्रामीणों के अनुसार अब दशकों बाद सरकार ने किसानो के अनाज को खरीदने के लिए बालसमंद में सरसो खरीद सेंटर बनाया और खरीददारी शुरू की है। बालसमंद में सरसो खरीद सेंटर बनाने के बाद सरपंच प्रतिनिधि महेंद्र सिंह, अंजनी गर्ग, विजेंद्र बर्रा, अंजनी गर्ग, कुरड़ाराम नंबरदार में बताया कि वर्षो बाद बालसमंद की मंडी में सरकार खरीद शुरू करने जा रही है। 

गेहूं व सरसों खरीद के लिए मंडी प्रशासन ने किए ये सात इंतजाम

1. बिजली पानी व लाइट की व्यवस्था

मंडी समिति ने किसानों व आढ़तियों के काम में रुकावट न आए, इसके लिए पहले से ही 24 घंटे बिजली-पानी व लाइट की व्यवस्था की हुई है। क्योंकि मंडी में देर तक किसानों का आना-जाना लगा रहेगा। यही काम गांव के स्तर पर भी किया जा रहा है। इसके लिए गांव में मौजूद टेंट हाउस वालों से मदद ली जा रही है। ताकि वह ऐसे समय में गांव में लाइट का इंतजाम करें, ताकि किसानों को दिक्कत पेश न आए।

2. आढ़ती त्रिपाल की करेंगे व्यवस्था

आढ़तियों को मंडी प्रशासन ने कहा कि वह अपने स्तर से त्रिपाल का इंतजाम करें ताकि किसी प्रकार से किसान को दिक्कत न आए। खरीद के लिए मंडियों में पक्के फर्श का प्रयोग किया जाएगा। यहां ब्लॉकों में फसल खरीदने की व्यवस्था की गई है।

3. कोरोना से सुरक्षा

मंडियों में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से किसान आएंगे। ऐसे में मास्क, थर्मल स्कैनर व सैनिटाइजर के पहले से ही इंतजाम कर लिए गए हैं। किसानों के मंडी के गेट पर आते ही सैनिटाइजर का उन्हें प्रयोग करना होगा, शारीरिक दूरी तोड़ते ही कर्मचारी आपको समझाने आएंगे। इसके साथ ही थर्मल स्कैङ्क्षनग के बाद ही मंडियों में आपको प्रवेश मिलेगा। जिले में इस काम के लिए 100 से अधिक थर्मल स्कैनर का कंसाइनमेंट भी आ गया है।

4. आढ़ती खुद श्रमिकों का इंतजाम करेंगे

मंडी प्रशासन की तरफ से आढ़तियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह फसल के उठान व सफाई आदि के कार्यों के लिए श्रमिकों के कार्य की अपने स्तर से खोजना बनाएं। अपने यहां श्रमिकों का प्रबंध कराने के बाद उन्हें शारीरिक दूरी के साथ काम करने को भी कहें। इसके साथ ही संभव हो तो उनके भोजन का भी प्रबंध करें।

5. किसान घर से फसलों को साफ कर के लाएं

मंडी प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वह कोशिश करें कि अपने खेतों व घरों से ही फसलों को साफ करके लाएं, ताकि मंडी में आने के बाद आढ़तियों को उनके फसल बेचने में आसानी हो क्योंकि सफाई के कार्य में काफी समय जाया हो सकता है।

6. सप्लाई के लिए ट्रांसपोर्टर्स से हुई बात

यूं तो खरीद एजेंसियां खरीद के बाद फसलों को अपने वाहनों के माध्यम से गंतव्य तक पहुंचाएंगी। मगर फिर भी कोई दिक्कत आई और वाहन न मिले, इसके लिए मंडी ने प्लान बी तैयार किया है। जिसके तहत ट्रांसपोर्टर्स से बात हो चुकी है। अगर गाडिय़ों की कमी हुई तो इन गाडिय़ों से माल की सप्लाई कर दी जाएगी। इस सप्लाई चैन को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।

7. ई-गेट पास के बिना नहीं मिलेगी अनुमति

किसानों को फसल लाने से पहले ई-गेट पास लेना होगा। यह पास उन्हीं किसानों को जारी होगा, जिन्होंने ऑनलाइन मेरी फसल मेरा ब्यौरा वेबसाइट पर पंजीकरण कराया हुआ है। 19 अप्रैल तक किसान इस पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।

मंडी में प्रवेश के लिए ये हैं नियम

- जिन किसानों के पास ई गेट पास होगा, उन्हें ही मंडी में एंट्री मिलेगी।

- सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक 50 किसानों को मंडी में जाने की इजाजत होगी। इसके बाद दोपहर 2:30 बजे से 6 बजे तक 50 किसान और भेजे जाएंगे।

- किसानों को शारीरिक दूरी बनानी होगी।

- मंडी समितियां व पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को फोन पर संपर्क करेंगी।

- मंडी एसोसिएशन अनाज तुलने से लेकर एजेंसियों तक पहुंचने तक पर नजर रखेंगी।

मंडी समितियों को ये दिए हैं निर्देश

- किसानों आदि के लिए साफ पानी का प्रबंध करना

- शौचालय की व्यवस्था व इसकी संक्रमण रहित सफाई सुनिश्चित कराना।

- श्रमिकों के सोने के स्थान पर रोजाना डिस्टइन्फेक्ट कराना

- मंडी का पूरा क्षेत्र भी हर दिन सैनिटाइज किया जाएगा

- मंडी में कई स्थानों पर साबुन की व्यवस्था, मास्क, ग्लब्स व 70 फीसद अल्कोहल वाले सैनिटाइजरों की व्यवस्था

- हर रोज श्रमिकों व कर्मचारियों को जागरूक करना है।

हिसार जिले में इन स्थानों को खरीद केन्द्र बनाया गया है

बास- एनजीएम(न्यू ग्रेन मार्केट) बास

हांसी- एनजीएम हांसी

हिसार- एनजीएम हिसार

खेड़ी चौपटा- सब यार्ड नारनौंद

अग्रोहा- सब यार्ड आदमपुर

छोटी रावल- रावलवास स्कूल ग्राउंड

नलवा- सरकारी कॉलेज नलवा

बालसमंद- सब यार्ड हिसार

लोहारी राघौ- सब यार्ड नारनौंद

सिसाय- क्रय केन्द्र सिसाय हांसी

बरवाला- एनजीएम बरवाला

उकलाना- एनजीएम उकलाना

आदमपुर- एनजीएम आदमपुर

जाखोद- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल

चूली बागड्यिान- गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल, दरौली

सीसवाल- गवर्नमेंट गल्र्स हाईस्कूल सीसवाल

असरांवा- गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, असरांवा

सदलपुर-  गवर्नमेंट हाईस्कूल, सदलपुर

कालीरावणां- स्पोर्टस स्टेडियम, कालीरावणां व गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कालीरावणां

नारनौंद- एनजीएम नारनौंद

खेड़ी लोहचब- सब यार्ड नारनौंद

मंगाली- व्यायामशाला मंगाली मोहब्बत

सरसों की खरीद पर निगरानी रखने के लिए नोडल अधिकारियों की बनाई टीम

न्यू ग्रेन मार्केट, हिसार- एसई डीएचबीवीएन

गवर्नमेंट कॉलेज नलवा- एसई पीडब्ल्यूडी

सब यार्ड बालसमंद- एसई ङ्क्षसचाई विभाग

न्यू ग्रेन मार्केट हांसी- एसई मार्केङ्क्षटग बोर्ड

क्रय केन्द्र सिसाय- एसई एचएसवीपी

न्यू ग्रेन मार्केट नारनौंद- एसई पीआर पंचायती राज

गवर्नमेंट गल्र्स हाईस्कूल सीसवाल- एसई कंस्ट्रक्शन डिविजन, ङ्क्षसचाई विभाग

गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल जाखोद खेड़ा- एसई सीएडीए

न्यू ग्रेन मार्केट बरवाला- एसई पब्लिक हेल्थ

न्यू ग्रेन मार्केट उकलाना- डीएफओ टी, फॉरेटस्ट डिपार्टमेंट

सब यार्ड खेड़ी लोहचब- डीएफओ प्रोडक्शन, वन विभाग

सब यार्ड खेड़ी चोपटा- डीएफओ एमएंडई, वन विभाग

न्यू ग्रेन मार्केट आदमपुर- डीएफओ वाइल्ड लाइफ, वन विभाग

चंदा कॉटन आदमपुर- जिला कल्याण अधिकारी

श्री कृष्ण इंडस्ट्रीज, आदमपुर- एसई, कंस्ट्रक्शन डीएचबीवीएन

सब यार्ड लोहारी राघौ- डिप्टी रजिस्ट्रार, कॉपरेटिव सोसायटी

सब यार्ड अग्रोहा- जिला सामाज कल्याण अधिकारी

नोट: इन अधिकारियों के साथ एक असिस्टेंट नोडल अफसर व चार कर्मचारियों की टीम साथ रहेगी। इनका काम मंडियों में निगरानी रखना, लोग शारीरिक दूरी न तोड़े हाईजीन तरीकों को अमल में लाना सुनिश्चित करना होगा।

----मंडियों में गेहूं व सरसों की खरीद के लिए गांव से लेकर जिला स्तर तक प्रबंधन कर दिया गया है। किसानों को ई गेट पास जारी होगा। पंजीकृत किसानों की फसलों को बिना किसी समस्या के लेने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही मंडी के अधिकारी हर समय मौके पर मौजूद रहेंगे।

---सुल्तान सिंह, सचिव, मंडी समिति।

chat bot
आपका साथी