अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को प्रशिक्षण देगा एचएयू

प्रशिक्षण के लिए आवेदन फार्म लुदास रोड पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 के नजदीक किसान आश्रम स्थित संस्थान के कार्यालय में मिलेंगे। फार्म को सभी दस्तावेजों सहित (जाति प्रमाण पत्र पासपोर्ट साइज फोटो आधार कार्ड राशन कार्ड व दसवीं पास का सर्टिफिकेट) पूर्ण रूप से भरकर जमा करवाना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Nov 2020 06:55 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 06:55 AM (IST)
अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को प्रशिक्षण देगा एचएयू
अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को प्रशिक्षण देगा एचएयू

जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में प्रदेश की अनुसूचित जाति व जनजाति की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व स्वरोजगार स्थापित करने के लिए दिसंबर माह में विभिन्न प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाएगा। प्रशिक्षणों का आयोजन सिरसा रोड स्थित केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान के सहयोग से विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में होगा।

संस्थान के सह निदेशक (प्रशिक्षण) डा. अशोक गोदारा ने बताया कि इन प्रशिक्षणों में शामिल होने के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 27 नवंबर है। ये प्रशिक्षण विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा की देखरेख में आयोजित किए जाएंगे।

प्रशिक्षण के लिए यहां से लें आवेदन फार्म

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए आवेदन फार्म लुदास रोड पर हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गेट नंबर 3 के नजदीक किसान आश्रम स्थित संस्थान के कार्यालय में मिलेंगे। फार्म को सभी दस्तावेजों सहित (जाति प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, राशन कार्ड व दसवीं पास का सर्टिफिकेट) पूर्ण रूप से भरकर जमा करवाना होगा। इस दौरान हरियाणा की अनुसचित जाति व जनजाति की महिलाओं को फल-सब्जियों के परीक्षण एवं अनाज के मूल्य संवर्धित उत्पादों के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें उन्हें फल व सब्जियों के विभिन्न उत्पाद जैसे स्क्वैश, मुरब्बा, कैंडी, अचार-चटनी, आदि बनाना सिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि फल व सब्जियों के अलावा अनाज के मूल्य संवर्धन के लिए भी अनेक प्रकार के उत्पाद बनाने सिखाए जाएंगे। यहां से प्रशिक्षण हासिल करने के बाद महिलाएं लघुस्तर पर अपना व्यवसाय शुरू कर सकती हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकती हैं।

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