Haryana Weather Update: हरियाणा में प्री मानसून से अगले तीन से चार दिन भारी बारिश का अनुमान
हरियाणा के लिए राहत भरी खबर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले तीन से चार दिन भारी बारिश के अनुमान है। कई जगह 100 एमएम से 200 एमएम या इससे भी अधिक बारिश हो सकती है।
हिसार, जेएनएन। हरियाणा के लिए राहत भरी खबर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हरियाणा में अगले तीन से चार दिन भारी बारिश के अनुमान है। कई जगह 100 एमएम से 200 एमएम या इससे भी अधिक बारिश हो सकती है। इस दौराना 30 से 50 किमी तक तेज हवाएं चल सकती हैं। 14 जून को प्रदेश में गरज व चमक के साथ भारी बारिश और 30 से 40 किमी तक तेज हवाएं चल सकती है। 15 जून को हवा की गति बढ़ेगी और 50 से 60 किमी तक तेज हवाएं चलेगी। इसके बाद प्री- मानसून थोड़ा कमजोर हो जाएगा और 16 जून को बारिश के साथ 30 से 40 किमी तक तेज हवाएं चल सकती है। 17जून को कुछ जगहों पर गरज चमक के बाद बारिश होगी। इसके बाद मौसम साफ हो जाएगा।
हिसार, अंबाला, यमुनानगर, चंडीगढ़, पंचकुला, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, नारनौल और भिवानी में हुई तेज बारिश हिसार : हरियाणा में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है। रविवार को प्री-मानसून की झड़ी आधे से ज्यादा हरियाणा में देखने को मिली। वहीं कुछ जिले ऐसे रहे जहां सिर्फ बूंदाबांदी हुई। सबसे ज्यादा बारिश राजस्थान से सटे प्रदेश के सिरसा जिले में हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सिरसा में 101.4 एमएम बारिश रिकार्ड की गई जो प्रदेश में सर्वाधिक है। सिरसा में बारिश के कारण बाजारों व गलियों में पानी भर गया। इसके अलावा हिसार, फतेहाबाद, चंडीगढ़, अंबाला व आसपास के जिलों में भी अच्छी बारिश हुई।
भारत मौसम विभाग के विज्ञानियों की मानें तो मौजूदा समय में हरियाणा में जो स्थिति मौसम की बनी हुई है उसका कारण है कि यहां अरब सगार से नम हवाएं आ रही हैं। इसके साथ ही उड़ीसा व आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके साथ ही प्रदेश में आद्रता भी अधिक हो रही है। इन्हीं कारणों से प्रदेश में बारिश की संभावना बनी। हरियाणा कृषि मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खिचड़ ने बताया अगले तीन चार दिन तक (16जून तक) बीच-बीच में राज्य के अधिकतर हिस्सों में गरज चमक व तेज हवायों के साथ बारिश होने की संभावना है। यह बारिश खरीफ फसलों विशेषकर नरमा कपास सब्जियों फलदार पौधों के लिए फायदेमंद है और धान लगाने वाले क्षेत्रों में बारिश से भूमि में नमी की अधिकता के कारण पानी की बचत होगी।
क्या है प्री मानसून
प्री मानसून को अलग से परिभाषित नहीं किया गया है। दरअसल मानसून आने से कुछ समय पहले गर्मी हो और नमी आ जाए तो एक ऐसा वातावरण बन जाता है जिसमें गरज चमक के साथ आंधी तूफान आते हैं तो उस अवस्था को प्री मानसून माना जाता है।