कब मिलेगी खेड़कीदौला टोल प्लाजा से निजात?

दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक प्रतिदिन पीक आवर के दौरान ही बल्कि बीच में भी कई बार ट्रैफिक जाम लगता है। इसे हटाने की मांग वर्षों से चल रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में भी यह बड़ा था। इस बार भी यह बड़ा मुद्दा है। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है आखिर कब मिलेगी खेड़कीदौला टोल प्लाजा से निजात?

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 05:48 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 05:48 PM (IST)
कब मिलेगी खेड़कीदौला टोल प्लाजा से निजात?
कब मिलेगी खेड़कीदौला टोल प्लाजा से निजात?

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक प्रतिदिन ना सिर्फ पीक आवर के दौरान, बल्कि बीच में भी जब-तब ट्रैफिक जाम लग जाता है। इसे हटाने की मांग वर्षों से चल रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में भी यह बड़ा था। इस बार भी यह बड़ा मुद्दा है। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है आखिर कब मिलेगी खेड़कीदौला टोल प्लाजा से निजात?

पिछले कई वर्षो से टोल हटाओ संघर्ष समिति से लेकर मानेसर ही नहीं बल्कि अन्य इलाकों के उद्यमी टोल प्लाजा हटाने की मांग कर रहे हैं। मांग को देखते हुए एक साल पहले दिल्ली-जयपुर हाईवे पर गांव सहरावन के नजदीक टोल प्लाजा स्थानांतरित करने की बात चली। पर्यावरण कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते बात बीच में ही रुक गई। इसके बाद पंचगांव के नजदीक स्थानांतरित करने का प्लान बनाया गया है लेकिन जमीनी स्तर पर इस बारे में एक कदम भी प्रगति नहीं दिखाई दे रही है। टोल प्लाजा पर प्रतिदिन ट्रैफिक का दबाव बनने से अधिकतर लोग समय पर कार्यालय नहीं पहुंच पाते हैं।

टोल प्लाजा जब तक नहीं हटेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा। खेड़कीदौला टोल प्लाजा ट्रैफिक जाम का प्रतीक बन चुका है। इसे हटाने पर ही आसपास विकास की गति तेज होगी। एक-एक भी व्यक्ति टोल प्लाजा से परेशान है। मानेसर की तरफ जाने से पहले सोचना पड़ता है।

-अतर सिंह संधू, अध्यक्ष, टोल हटाओ संघर्ष समिति खेड़कीदौला टोल प्लाजा की वजह से मानेसर इलाके का विकास प्रभावित हो रहा है। बाहर से लोग आने से हिचकने लगे हैं। खासकर विदेश से आने वाले लोगों में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। प्रदेश सरकार इस मामले में गंभीरता दिखाए।

-मनोज त्यागी, महासचिव, आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन खेड़कीदौला टोल प्लाजा की वजह से प्रदूषण का स्तर भी दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। न केवल वायु प्रदूषण बल्कि ध्वनि प्रदूषण का स्तर भी बढ़ जाता है। औद्योगिक इकाइयों में कर्मचारी कई बार देरी से पहुंचते हैं। इससे उत्पादन प्रभावित होता है।

-राव लाल सिंह, पूर्व महासचिव, एचआर प्रोफेशनल मैनेजमेंट एसोसिएशन पता नहीं क्यों खेड़कीदौला टोल प्लाजा हटाने में देरी हो रही है। गुरुग्राम से लेकर मानेसर तक का विकास प्रभावित हो रहा है। यही नहीं जयपुर से आगे तक के लोग यहां से निकलते हैं। सभी को परेशानी हो रही है। जल्द से जल्द टोल प्लाजा हटाया जाए।

-सतीश यादव, निवासी सेक्टर-10 खेड़कीदौला टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम को देखते हुए दूसरी तरफ से प्रतिदिन मानेसर जाता हूं। कई बार मजबूरी में टोल प्लाजा से निकालना पड़ता है। हमेशा टोल प्लाजा के नजदीक ट्रैफिक का दबाव रहता है। कभी भी ऐसा नहीं हुआ कि दो से चार मिनट के भीतर कार निकली हो।

पुरुषोत्तम अग्रवाल, उद्योगपति, आइएमटी मानेसर खेड़कीदौला टोल प्लाजा को जल्द से जल्द हटाया जाए। यह विकास की राह में सबसे बड़ी बाधा है। यदि टोल प्लाजा नहीं होता तो आइएमटी मानेसर का विकास काफी ऊंचाई तक पहुंच जाता। बाहर से लोग आने से हिचकते हैं। टोल प्लाजा हटाने में जो भी बाधा है उसे जल्द दूर किया जाए।

- राम गुप्ता, उद्योगपति, आइएमटी मानेसर

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