वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली संकट, शहर में पेयजल किल्लत

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : चंदू बुढेरा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली की आपूर्ति बाधित होने क

By Edited By: Publish:Wed, 04 May 2016 06:23 PM (IST) Updated:Wed, 04 May 2016 06:23 PM (IST)
वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली संकट, शहर में पेयजल किल्लत

जागरण संवाददाता, गुड़गांव : चंदू बुढेरा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण शहर में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि स्थायी फीडर नहीं होने के कारण यहां पानी का ट्रीटमेंट कर लोगों को सप्लाई करने का काम बाधित हो रहा है। यहां ज्यादा क्षमता वाले मोटर को लगातार पर्याप्त बिजली की जरूरत है।

नए गुड़गांव की लाइफलाइन है ये प्लांट

सेक्टर-51 से लेकर 56 तक पानी की आपूर्ति चंदू बुझेराप्लांट से होती है और इन इलाकों में बहुत सारी सोसायटियां और कॉलोनाइजर इलाके भी हैं। अकेले सोहना रोड से गोल्फ कोर्स रोड को जोड़ने वाले हिस्से में करीब 28 सोसायटियां है। साउथ सिटी-टू, मेफील्ड गार्डन, निर्वाणा आदि बड़ी टाउनशिप से लेकर सेक्टर-56 में हुडा के प्लॉटेड इलाके और कई सोसायटियां हैं। इन इलाकों के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां पानी की आपूर्ति अन्य दिनों की तुलना में आधी रह गई है। दूरदराज के इलाकों में लोगों को पानी नहीं मिल पा रहा है। नए गुड़गांव के लिए बने प्लांट में बिजली संकट के कारण पुराने गुड़गांव की भी पानी की आपूर्ति कम हो रही है, क्योंकि पुराने शहर के पानी की कटौती कर नए गुड़गांव में पानी की आपूर्ति हो रही है। इस तरह जल संकट पूरे शहर में है।

अधिकारी ने कहा

चंदू बुढेरा के प्लांट में बिजली के उतार-चढ़ाव के कारण कई बार मोटर नहीं चल पा रही है। यहां से 22 एमजीडी (मिलियन गैलन/डे) पानी रोजाना दे रहे थे, लेकिन अब बमुश्किल आठ-नौ एमजीडी पानी सप्लाई हो रहा है। जिन इलाकों में इस प्लांट से पानी की आपूर्ति होती है, वहां बसई प्लांट से भी आठ-नौ एमजीडी पानी की आपूर्ति की जा रही है। बसई प्लांट की क्षमता 60 एमजीडी की है। चंदू के प्लांट में जब तक स्वतंत्र फीडर से बिजली की आपूर्ति नहीं होगी, यह दिक्कत रहेगी। मंगलवार रात 10 बजे से बुधवार सुबह सात बजे तक मोटर चली है। लेकिन बुधवार सुबह सात बजे के बाद मोटर नहीं चल रही है। यहां दो उच्च क्षमता के मोटर प्लांट में लगाए गए हैं। पावर के उतार-चढ़ाव के कारण मोटर नहीं चल पा रही है।

सत्यवीर सिंह, इंचार्ज, हुडा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट

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