दो दिन की हड़ताल, बिजली-पानी की सेवाओं में जुटेंगे 200 से ज्यादा अनुबंध कर्मी

दो दिन की हड़ताल बढा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 12:20 AM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 12:20 AM (IST)
दो दिन की हड़ताल, बिजली-पानी की सेवाओं में जुटेंगे 200 से ज्यादा अनुबंध कर्मी
दो दिन की हड़ताल, बिजली-पानी की सेवाओं में जुटेंगे 200 से ज्यादा अनुबंध कर्मी

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ से जुड़े तमाम विभागों कर्मचारी संगठन भी मंगलवार से दो दिन की हड़ताल पर जा रहें हैं। इससे लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। खासकर रोजमर्रा की जरूरी सेवाओं पर इसका असर पड़ेगा। बिजली, पानी और सफाई की सेवाएं सबसे जरूरी हैं। विभागीय अधिकारियों का दावा है हड़ताल के मद्देनजर वैकल्पिक व्यवस्था कर ली गई है। जनता को परेशान नही होने दिया जाएगा। इस बीच रोडवेज कर्मचारियों का धरना सोमवार को भी जारी रहा। उनके समर्थन में पहले से ही हड़ताल कर रही बिजली निगम कर्मियों की एचएसईबी वर्कर यूनियन की ओर से प्रदर्शन किया गया। संगठन के राज्य स्तरीय नेता भी रोडवेज के धरने पर पहुंचे।

उधर, रोडवेज की ओर से इस दिन 45 बसें सड़कों पर उतारी गई। अब तक बसें 40 किलोमीटर के दायरे में ही चल रही थी। सोमवार को चरखी दादरी, हिसार, सिरसा के लिए भी एक-एक बस भेजी गई। इसके अलावा झज्जर, सोनीपत, गुरुग्राम, रोहतक के लिए भी बस चली। इससे किराये में वृद्धि हुई है। रविवार को भी यहां की बसों को डेढ़ लाख तक किराया मिला था। जो पिछले चार दिनों से सवा लाख प्रतिदिन के आसपास था।

---दिल्ली सीमा से भी नही मिल पाई बसें सोमवार को दिल्ली जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई। दिल्ली सीमा से उन्हें दिल्ली परिवहन निगम की बसें भी नहीं मिल पाई। वहां पर 22 अक्टूबर से डीटीसी के अनुबंध कर्मचारियों की हड़ताल तो चल ही रही है, जो नियमित कर्मचारी हैं, वे भी इसके समर्थन में सोमवार को हड़ताल पर चले गए। डीटीसी की बसें तो रोडवेज र्किमयों की हड़ताल के पहले दिन से ही बहादुरगढ़ तक नहीं आ रही हैं। अब सोमवार को वे दिल्ली सीमा से भी नहीं मिल पाई। ऐसे में बहादुरगढ़ से दिल्ली के विभिन्न इलाकों तक जाने के लिए ज्यादातर यात्रियों ने मेट्रो का ही सहारा लिया। ---बिजली व रोडवेज कर्मचारियों का धरना जारी रहा रोडवेज के हड़ताली कर्मियों का धरना रविवार को भी देवीलाल पार्क में जारी रहा। बिजली विभाग की एचएसईबी वर्कर यूनियन भी रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में लगातार हड़ताल कर रही है। दोनों विभागों के कर्मचारी धरने पर मौजूद रहे। एचएसईबी यूनियन के कंवर ¨सह यादव व कर्मचारी नेता महाबीर पहलवान भी धरने पर पहुंचे। बिजली कर्मचारी निगम कार्यालय से प्रदर्शन करते हुए देवी लाल पार्क तक पहुंचे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ---हड़ताल से निपटने को ये रहेंगी वैकल्पिक व्यवस्था रोडवेज कर्मचारियों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ की ओर से मंगलवार से दो दिन की हड़ताल की जाएगी। ऐसे में बिजली, पानी और सफाई की सेवाएं सबसे अहम हैं। बिजली और पानी की सेवा प्रभावित न हो इसको लेकर दोनों विभागों द्वारा अनुबंध पर रखे कर्मचारियों को व्यवस्था सौंपी जाएगी। बिजली की मरम्मत का कार्य तो पहले से ही एजेंसी के हाथ में है। बाकी जो जरूरी सेवा है, उसके लिए अनुबंध कर्मियों को लगा जाएगा। दूसरी तरफ शहर व गांवों में पानी सप्लाई का कार्य भी अनुबंध र्किमयों के हवाले ही रहेगा। कुल मिलाकर बिजली और पानी की सेवाओं के लिए पूरे डिवीजन में 200 से ज्यादा कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे। --आम दिनों में भी ज्यादातर काम अनुबंध कर्मियों से ही कराया जाता है। दो दिन की हड़ताल के दौरान पेयजल सप्लाई की सेवाएं सुचारु रखने के लिए शहर व गांवों में 150 से ज्यादा कर्मचारियों को लगाया जाएगा। कोशिश रहेगी की कहीं पर भी पेयजल सप्लाई प्रभावित न हो।

-एसके दहिया, एक्सईएन, जलापूíत विभाग डिवीजन में शहर के अंदर बिजली की मरम्मत का जिम्मा तो एजेंसी को दिया गया है। यहां पर अन्य कार्य के लिए करीब 200 नियमित कर्मचारी हैं और 100 के आसपास अनुबंध कर्मी हैं। अनुबंध कर्मियों में से भी कुछ हड़ताल पर जा रहें हैं। ऐसे में पावर हाउसों में अनुबंध र्किमयों को लगाया जाएगा, ताकी सेवाएं प्रभावित न हों।

--रामपाल ¨सह, एक्सईएन, बिजली निगम सफाई कर्मियों की ओर से हड़ताल का नोटिस मिला है। दो दिनों तक शहर के अंदर सफाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।

--अपूर्व चौधरी, ईओ, नगर परिषद,

सोमवार को रोडवज की 45 बसें निकली। कई बसें लंबे रूटों पर भेजी गई। फिलहाल तो बसों का संचालन यात्रियों की जरूरत के आधार पर ही किया जा रहा है।

--धर्मबीर ¨सह, डीआइ, बहादुरगढ़ सब डिपो

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