एटीएम बूथ में धोखाधड़ी से कार्ड बदलकर रुपये उड़ाने वाले दो आरोपित काबू, 39 एटीएम बरामद

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के एटीएम बूथों पर लोगों को मदद के बहाने एटीएम क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 12:04 AM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 12:04 AM (IST)
एटीएम बूथ में धोखाधड़ी से कार्ड बदलकर रुपये उड़ाने वाले दो आरोपित काबू, 39 एटीएम बरामद
एटीएम बूथ में धोखाधड़ी से कार्ड बदलकर रुपये उड़ाने वाले दो आरोपित काबू, 39 एटीएम बरामद

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

शहर के एटीएम बूथों पर लोगों को मदद के बहाने एटीएम कार्ड बदलकर लोगों के खाते से रुपये उड़ाने वाले दो शातिर युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों के कब्जे से कई बैंकों के 39 एटीएम कार्ड बरामद किए है। पूछताछ में दोनों आरोपितों से एटीएम ठगी की पाच वारदातों का खुलासा हुआ है। ये सभी घटनाएं बहादुरगढ़ क्षेत्र की ही है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस को बुधवार की शाम को सूचना मिली कि दो युवक किसी वारदात को अंजाम देने के लिए रोहतक से बहादुरगढ़ की तरफ आ रहे है। इस सूचना पर आसौदा चौकी पुलिस ने जाखोदा बाइपास पर चेकिंग शुरू कर दी। इसी दौरान शक के आधार पर एक बाइक को रुकवाया गया। बाइक सवार दोनों युवकों की पहचान हिसार के गाव कापड़ो निवासी सोनू और कुलदीप के रूप में हुई। सोनू कुछ साल से रोहतक के कच्ची गढ़ी मोहल्ले में रह रहा है। प्रारभिक पूछताछ में इन्होंने जसौर खेड़ी, रोहद व बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र में एटीएम कार्ड बदलकर खातों से रुपये निकालने की वारदातों का खुलासा किया। पकड़े गए दोनों आरोपितों के कब्जे से जसौर खेड़ी निवासी चाद सिंह के गत 31 अगस्त को एटीएम कार्ड बदलकर रुपये निकालने के मामले में शिकायतकर्ता का एटीएम कार्ड तथा 4000 रुपये बरामद किए है। साथ ही अलग-अलग बैंकों के 39 एटीएम कार्ड बरामद किए गए। पकड़े गए दोनो आरोपितों को अदालत बहादुरगढ़ में पेश किया गया, जहा से दोनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया। दसवीं पास हैं दोनों आरोपित

हिसार के गाव कापड़ो निवासी दोनों युवक दसवीं पास है और दोनों पुराने मित्र है और पिछले पाच-छह महीने से लोगों के साथ ठगी कर रहे है। इन्होंने दो वारदात रोहद में और लगभग तीन वारदात बहादुरगढ़ शहरी क्षेत्र में की है। इस तरह देते थे वारदात को अंजाम

पुलिस की मानें तो इनके गिरोह में कोई और शामिल नहीं, बस ये दोनों खुद ही वारदात करते है। ये दोनों युवक मजदूरों, बुजुर्गो को ही ज्यादातर निशाना बनाते है। योजना के मुताबिक बूथ में घुस जाते है। जिन लोगों को कार्ड का इस्तेमाल कम करना आता है उसको बातों में उलझाते है। एक पीछे और दूसरा आगे खड़ा हो जाता है। आगे वाला शातिर मदद के बहाने कार्ड लेकर मशीन में डालता है, जब उपभोक्ता पिन डालता है तो पीछे वाला उसे देख लेता। फिर बातों ही बातों में ये कार्ड बदल लेते है और जल्द ही आसपास किसी दूसरे एटीएम में जाकर रुपये निकाल लेते है।

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