पैक्स की आम सभा में उठा किसानों को ऋण न देने का मुद्दा

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: हरियाणा में किसानों को फसल उत्पादन के लिए सहकारी संस्था के

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Sep 2018 11:45 PM (IST) Updated:Mon, 17 Sep 2018 11:45 PM (IST)
पैक्स की आम सभा में उठा किसानों को ऋण न देने का मुद्दा
पैक्स की आम सभा में उठा किसानों को ऋण न देने का मुद्दा

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

हरियाणा में किसानों को फसल उत्पादन के लिए सहकारी संस्था के माध्यम से फसली कर्जा दिया जाता है, लेकिन सरकार की गलत नीतियों की वजह से पैक्स बहादुरगढ़ समेत समस्त पैक्स हरियाणा के माध्यम से किसानों को मिलने वाला लोन पिछले 6 साल से नहीं मिल रहा है। ऋण नहीं मिलने से किसान नाराज हैं। बहादुरगढ़ में दि प्राथमिक कृषि सहकारी समिति (पैक्स) की आम सभा की बैठक में किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।

दरसअल पिछले 6 साल में बहादुरगढ़ पैक्स में सैकड़ों नए किसान सदस्य बन चुके हैं, लेकिन उन किसानों को फसली ऋण देने के लिए नया एमसीएल तैयार नहीं किया गया है। पैक्स की आम सभा की बैठक की अध्यक्षता के लिए महेद्र सिंह राठी ने रामनिवास सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा। जिस पर आम सभा में उपस्थित सहकारों ने हाथ उठा का सर्वसम्मति से उनका समर्थन किया। बैठक में उपस्थित सभी सहकारों के सामने पैक्स प्रबंधक रोहतास दलाल ने पिछले एक साल का लेखा-जोखा भी रखा। जिसकों सर्वसम्मति से उपस्थित सहकारों ने मंजूर किया। 2012 से तैयार नहीं किया गया नया एमसीएल

एमसीएल वो पात्र है जिसके जरिये किसानों की मीडियम और मैक्सिमम क्रेडिट लिमिट मंजूर होती है। पैक्स के सहकार महावीर राठी, मदरुप, रवि खत्री, रतन सिंह मोर ने बताया कि पैक्स के माध्यम से गरीब किसानों, जिन्होंने पैक्स की सदस्यता ले रखी है उनको फसल उत्पादन के लिए बिना ब्याज का ऋण मिल जाता है। लेकिन 6 साल से किसी नए किसान को ऋण नहीं दिया गया। पैक्स के सदस्यों का कहना है कि 28 फरवरी 2012 के बाद से नया एमसीएल तैयार नही किया गया है जिसमें अधिकारी व कर्मचारी सरकार द्वारा भेजे गए आदेशों का हवाला देकर मना कर देते है। हर साल 2012 से पुरानी लिस्ट को ही आगे बढ़ा दिया जाता है। बहादुरगढ़ के सराय औरंगाबाद गाव में पैक्स की एजीएम में सभी निदेशकों और सहकार सदस्यों ने सरकार से नई एमसीएल को मंजूर करने की माग की है। बहादुरगढ़ पैक्स के करीब 13 हजार सदस्य

गौरतलब है कि बहादुरगढ़ पैक्स के करीब 13 हजार सदस्य हैं, जिनमे करीब 9 हजार किसान और 4 हजार के करीब गैर किसान हैं। किसानों को पैक्स के माध्यम से बिना ब्याज का फसली कर्जा मिलता है, जबकि गैर किसान को कम ब्याज दर पर काम के लिए कर्जा दिया जाता है।

यह रहे मौजूद

बैठक में पैक्स डायरेक्टर कपूर सिंह राठी, जसवीर उर्फ सोनू बामनोली, बिजेंद्र लूखड, धर्मसिंह बालौर, दलेल सिंह, जगरुप सैनी, वहीं सहकारों में अशोक मान, मंजीत सरपंच, सरपंच सतबीर उर्फ सत्ते, सरपंच जयकिशन, महताब सिंह, नीलम ढिल्लो आदि उपस्थित रहे।

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