अस्पताल के वार्ड मरीज के प्रत्येक बेड तक जरूरत के हिसाब से पहुंचेगी ऑक्सीजन

नागरिक अस्पताल छावनी के अस्पताल में अब सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट के जरिए गंभीर मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई हो पाएगी। इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता नहीं होगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Jan 2021 06:05 AM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 06:05 AM (IST)
अस्पताल के वार्ड मरीज के प्रत्येक बेड तक जरूरत के हिसाब से पहुंचेगी ऑक्सीजन
अस्पताल के वार्ड मरीज के प्रत्येक बेड तक जरूरत के हिसाब से पहुंचेगी ऑक्सीजन

जागरण संवाददाता, अंबाला : नागरिक अस्पताल छावनी के अस्पताल में अब सेंट्रल ऑक्सीजन प्लांट के जरिए गंभीर मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई हो पाएगी। इसके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता नहीं होगी। कई बार ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने की स्थिति में मरीजों की जान चली जाती है। यह समस्या छावनी अस्पताल में नहीं होने पाएगी। इसके लिए अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई के लिए पाइप लाइनों को और सुदृढ़ किया जाएगा। अस्पताल प्रबंधन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।

अस्पताल के हार्ट सेंटर, आइसीयू, पुरुष और महिला वार्ड में बेडों तक ऑक्सीजन आपूर्ति हो रही है। पहले से ही पाइप लाइन के जरिए सिलेंडर से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है। प्लांट लग जाने से शुद्ध व स्वच्छ हवा से स्वत: निर्मित ऑक्सीजन मरीजों को मिल सकेगी।

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प्लांट को अपग्रेड करने की योजना

नागरिक अस्पताल के पिछले हिस्से में बनाया गया आक्सीजन प्लांट से बेड तक सप्लाई की व्यवस्था और अपग्रेड करने की योजना है। इसमें अब पहले से बिछाई गई पाइपों को चेक किया जाएगा। जहां भी आक्सीजन पाइप लाइन में समस्या आएगी उसे बदला जाएगा।

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मार्च से कार्य शुरू होने की संभावना

मार्च 2021 से इस योजना पर कार्य शुरू होगा। इसके लिए फिलहाल आक्सीजन प्लांट से लेकर सप्लाई का काम देखने वाले कर्मचारी को कमजोर हो चुके प्वाइंट को चिन्हित करने के लिए कहा गया है। चिन्हित प्वाइंट को बदलने से लेकर रिपेयर करने पर आने वाले खर्च का आकलन करके स्वास्थ्य विभाग कार्य शुरू कराएगा।

------------- कैंसर टर्सरी सेंटर तक पहुंची ऑक्सीजन की सप्लाई

अस्पताल परिसर में स्थापित सेंट्रलाइज ऑक्सीजन प्लांट से निर्माणाधीन कैंसर टर्सरी सेंटर तक सप्लाई के लिए पाइप बिछा दी गई है। ऑक्सीजन की पाइप बिछाने के साथ सप्लाई की स्थिति देखने के लिए ट्रायल भी हो चुका। सफल ट्रायल के बाद अब स्वास्थ्य विभाग बेड लगाए जाने के बाद इस व्यवस्था को लागू कराएगा।

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