दरारों से नेशनल हाइवे बंद, निर्माण एजेंसी ने रिपेयर कर की लीपापोती

संवाद सहयोगी, मुलाना : करोड़ों की लागत से बनाए गए नेशनल हाइवे 344 पहली बारिश में ही खस्ता

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 01:34 AM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 01:34 AM (IST)
दरारों से नेशनल हाइवे बंद, निर्माण एजेंसी ने रिपेयर कर की लीपापोती
दरारों से नेशनल हाइवे बंद, निर्माण एजेंसी ने रिपेयर कर की लीपापोती

संवाद सहयोगी, मुलाना : करोड़ों की लागत से बनाए गए नेशनल हाइवे 344 पहली बारिश में ही खस्ताहाल हो गया है और निर्माण एजेंसी के निर्माण कार्य सवालों के घेरे में हैं।इस हाइवे को 6 महीने पहले ही शुरू किया गया था लेकिन बारिश के चलते सड़कों के किनारे मिट्टी पानी के साथ बह गई और कई जगह पर दरारें आ चुकी हैं। इसी के चलते अंबाला जगाधरी नेशनल हाइवे पर कालपी और मुलाना के बीच में बने हुए मारकंडा पुल से पहले नेशनल हाइवे बंद तक कर दिया गया है। अब एजेंसी को पुल के ढहने का डर सता रहा है या फिर कोई वजह है लेकिन यह नेशनल हाइवे अथॉरिटी की जांच का विषय है।

मंगलवार को नवनिर्मित नेशनल हाईवे 344 पर मुलाना स्थित मारकंडा पुल से पहले मार्ग बंद का संकेतक लगा देख कर वाहन चालकों के मन में कई सवाल उठने लगे हैं क्योकि लगभग दो हफ्ते पहले भी इसी जगह से विभाग द्वारा मार्ग के कुछ हिस्से को बंद किया गया था। वाहन चालकों की मानें तो नेशनल हाईवे पर दरार आ गई है, जिसके चलते मार्ग को बंद किया गया है व रिपेयर का काम जारी है। अभी तो नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य भी पूरा नहीं हुआ है और टूटने से निर्माण पर सवाल खड़े हो रहे हैं और जिस तरह पंजाब दिल्ली में ओवरब्रिज गिर रहे हैं ऐसा हादसा नेशनल हाइवे पर लापरवाही के चलते हो सकता है। नेशनल हाईवे अथॉरिटी इस मामले को दबाने में जुटी है जिसका खामियाजा वाहन चालकों को उठाना पड़ सकता है। खान अहमदपुर गांव के पास भी रोड उखड़ गया है जिससे देख कर लग रहा है मार्ग पर काम कर रही निर्माण एजेंसी ने औपचारिकता पूरा की है।

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कोट्स

जांच कराई जाएगी

- बारिश लंबे समय चली है, ऐसी समस्या अन्य मार्गो पर भी आ रही है उक्त जगह पर आई खामी की प्राथमिकता के तौर पर जांच की जाएगी।

- जस¨वद्र ¨सह, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचआई।

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कोट्स

- नेशनल हाइवे में कोई दरार नहीं आई है और रिपेयर वर्क के चलते कार्य जारी है। हाइवे का निर्माण कार्य निर्माण के मानक पूरे किए गए हैं और जल्द ही मारकंडा के पास से उसे खोल दिया जाएगा।

राजबीर ¨सह, प्रवक्ता, सदभाव निर्माण कंपनी।

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