पराली पर जागरूकता से नहीं जागे तो किसानों पर चला जुर्माने का डंडा

पर्यावरण को पराली जलाने से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन ने गांव-गांव जाकर जागरूकता की अलख जगाई। जिसका असर देखने को भी मिला। इसके बावजूद जो किसान पराली जलाने से बाज नहीं आए कृषि विभाग ने उन पर जुर्माने का डंडा भी चलाया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Oct 2018 01:54 AM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 01:54 AM (IST)
पराली पर जागरूकता से नहीं जागे तो किसानों पर चला जुर्माने का डंडा
पराली पर जागरूकता से नहीं जागे तो किसानों पर चला जुर्माने का डंडा

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : पर्यावरण को पराली जलाने से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन ने गांव-गांव जाकर जागरूकता की अलख जगाई। जिसका असर देखने को भी मिला। इसके बावजूद जो किसान पराली जलाने से बाज नहीं आए कृषि विभाग ने उन पर जुर्माने का डंडा भी चलाया। करीब 40 से अधिक पराली जलाने के मामलों में 60 हजार रुपये से अधिक जुर्माना वसूल लिया गया है।

जिन किसानों ने नहीं चुकाया उन्हें नोटिस जारी किया गया है। अब आगे धान के अवशेष न जलाए जाएं इसको लेकर सख्त रवैया अपनाते हुए गांव-गांव अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। अगले दो सप्ताह तक यह अधिकारी गांव में डेरा डालेंगे। अधिकारियों के नाम व संवेदनशील गांवों की सूची बुधवार को डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने जारी कर दी है। बृहस्पतिवार से अधिकारी गांव में निगरानी करेंगे।

जानकारी के मुताबिक 2 एकड़ तक पराली जलाने की घटना पर 2500 रुपये जुर्माने का प्रावधान है। वहीं, 2 एकड़ से 5 एकड़ तक पराली जलाने पर 5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में पराली जलाने की प्रति घटना पर 15 हजार रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है। हालांकि, जिले में पराली जलाने के मामले अधिकतम तीन एकड़ तक पाए गए हैं।

इन गांवों में जली पराली, अब दो-दो अफसर डालेंगे डेरा

- विजय ¨सह, एसडीई इलेक्ट्रिकल व रमेश तायल एसडीई पंचायती राज गांव भानोखेड़ी, जस¨वद्र ¨सह एसडीएओ व राजेश कुमार सहायक कंट्रोलर गांव सेहला, कुलदीप कुमार एसडीओ प्रोजेक्ट डिवीजन व सुमित कुमार एसडीई गांव लोहगढ़, श्योराज मलिक एसएमएस ओ/ओ व सलीम जाहकल एसडीई गांव पंजोखरा-जलबेड़ा, सुशील कुमार एडीओ व कर्मवीर गुप्ता एसडीओ गांव बकनौर, सुखबीर एडीओ व प्रदीप कुमार एसडीई पंचायती राज तेपला, भू¨पद्र एडीओ व संकेत कुमार एडीओ गांव कंगवाल, जगबीर ¨सह टीए व सुशील कुमार एसडीओ गांव ईस्माइलपुर, शेखर कुमार एपीपीओ व नरेश कुमार राठी एसडीई पंचायती राज गांव सोहाना, प्रवीन कुमार टीए व रितेश अग्रवाल एसडीई गांव समलेहड़ी, रवि कुमार एडीओ व सुधीर मोहन एसडीओ गांव डबकोड़ा, सुख¨वद्र ¨सह एसडीई हुडा व अनिल चौहान एसडीई गांव दुराना, सुमित दलाल एसडीई प्रोविजन सब डिवीजन व अनिल राठी एसडीओ पंचायती राज गांव फजैलपुर, विकास धीमान एसडीओ व पुनीत मित्तल एसडीई गांव बीहटा, निशांत एसडीई मेंटीनेंस व आरएस गर्ग एसडीई गांव पंजोखरा, कुलबीर ¨सह एसए पत्तीकलां, सोनू सैनी एसडीओ एक्सईएन गांव दानीपुर, एसके गोयल एसडीओए व एसडीओ एक्सईएन गांव मुलाना, विकास राणा एसडीई पंचायती राज गांव दुखेड़ी, अशोक कुमार कवात्रा एसडीई हुडा गांव जंधेड़ी, विनय एडीओ डीडीए गांव जनसुई, नवीन खत्री एसडीई गांव सौंटी, रमेश चंद्र आर्या बीएक्यू गांव तंदवाल, गुरदित्ता मल बीएओ गांव अधोया, वेदपाल ¨सह एसडीई इंजी. सब डिवीजन गांव नन्यौला, यश दत्त आर्या एसडीई गांव धनकौरा, गुरदीप ¨सह एसडीई पीएच इंजी गांव खेड़ा, संदीप कुमार एसए गांव भुडं़गपुर, सुशील कुमार एसए गांव छपरा, जस¨वद्र मलिक एसडीई गांव मस्तपुर में तैनात रहेंगे।

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489 गांवों में से 462 में नहीं जलाने दी पराली

डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने बताया कि जिले के 489 गांवों में से 462 में पराली जलाने नहीं दी गई। केवल 27 गांवों में पराली जलाने के मामले सामने आए हैं, जो करीब 10.09 हेक्टेयर क्षेत्र बनता है। 30 गांवों में 60 अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है ताकि आगे कोई पराली न जला पाए। पराली न जलाने के अभियान में अच्छे परिणाम सामने आए हैं। 185 किसानों को सीएचसी उपकरणों का अनुदान उपलब्ध कराया गया है।

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