3 नामचीन स्कूलों की 5 बसें बंद करने का फरमान, लागू होने से पहले बैकफुट पर रोडवेज

उमेश भार्गव, अंबाला छावनी के तीन नामचीन स्कूलों की बसें हरियाणा रोडवेज अंबाला डिपो ने बं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 May 2018 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 01 May 2018 06:17 PM (IST)
3 नामचीन स्कूलों की 5 बसें बंद करने का फरमान, 
लागू होने से पहले बैकफुट पर रोडवेज
3 नामचीन स्कूलों की 5 बसें बंद करने का फरमान, लागू होने से पहले बैकफुट पर रोडवेज

उमेश भार्गव, अंबाला

छावनी के तीन नामचीन स्कूलों की बसें हरियाणा रोडवेज अंबाला डिपो ने बंद करने के फरमान जारी कर दिए। फरमान जारी होने से चंद घंटों पहले ही रोडवेज बैकफुट पर आ गया और अपने आदेशों को वापस लेते हुए तीसरा लेटर जारी किया कि आगामी आदेश तक बसें पहले की तरह जारी रहेंगी। रोडवेज के बैकफुट पर आने के बाद ही इन स्कूल संचालकों ने राहत की सांसें ली। तीनों स्कूलों में रोजाना करीब 250 बच्चे सफर करते हैं। रोडवेज की बसें उन्हें घर से लाने से लेकर छोड़ने का काम करती हैं। छावनी के कान्वेंट स्कूल में दो बसों में 150 बच्चे सफर करते हैं, वहीं केंद्रीय विद्यालय नंबर 3 में 50, आर्मी पब्लिक स्कूल में भी करीब 50 बच्चे रोडवेज बस से घर तक पहुंचते हैं।

दरअसल, इन स्कूलों को केंद्र की ओर से हरियाणा रोडवेज ने करीब 40 साल पहले से बस सुविधाएं मुहैया कराई हैं। तीनों छावनी सहित पूरे जिले के नामचीन स्कूल होने के कारण ज्यादातर ए-वर्ग के बच्चे ही इन स्कूलों में पहुंचते हैं। रोडवेज की बसें इन स्कूलों में पढ़ने वाली लड़कियों से 800 रुपये छह माह के और लड़कों से 1000 से 1200 रुपये प्रति छह माह के बस पास के रूप में वसूलती हैं। रोजाना यह पांचों बसें 150 किलोमीटर सफर तय करती हैं। यानी एक माह में 4500 किमी। सभी बच्चों से औसतन हर माह 6 हजार रुपये मिलते हैं। यानी किराया भी पूरा नहीं होता। बात दें कि कई बार इन स्कूलों की बसें बंद करने के प्रयास किए गए लेकिन रोडवेज फेल रहा।

बंद करने के क्यों जारी किए फरमान

रोडवेज ने इन तीनों स्कूलों की पांच बसों को बंद करने के पीछे कारण बताया बसों की कमी। निर्देशों में रोडवेज ने कहा कि दूसरे रूटों के अलावा गांव से आने वाली स्कूल बसों में यात्री और बच्चे ओवरलोड होकर आते हैं। कुछ बसों में तो 100 से ज्यादा छात्र-छात्राएं आती हैं, जोकि सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है। 23 अप्रैल को यह निर्देश जारी किए गए और सोमवार को 24 घंटे का अल्टीमेटम और मंगलवार को ड्राइवरों ने मौखिक रूप से कह दिया कि वह अब स्कूल में बसें लेकर नहीं आएंगे। लेकिन दोपहर बाद रोडवेज ने नए फरमान जारी करते हुए कहा कि आगामी आदेशों तक बसें जारी रहेंगी।

वर्जन

इन स्कूल संचालकों से अप्रैल से अभी तक एक भी बस पास नहीं बनाया था। इसीलिए बंद करने के निर्देश जारी किए थे। अब आश्वासन दिया है कि जल्द ही पास बनवा लेंगे। इसीलिए बसें जारी रहेंगी।

अशोक कुमार, डीआई।

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हमारे पास नया आदेश आ गया है जिनमें साफ लिखा है कि बसें पहले की तरह अगले आदेश तक जारी रहेंगी।

परमजीत ¨सह, ¨प्रसिपल आर्मी पब्लिक स्कूल।

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