'संसार में पाप बढ़ने पर भगवान लेते अवतार'

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के एकता विहार स्थित शिव कुटीर ट्रस्ट में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के

By Edited By: Publish:Sat, 18 Apr 2015 01:02 AM (IST) Updated:Sat, 18 Apr 2015 01:02 AM (IST)
'संसार में पाप बढ़ने पर भगवान लेते अवतार'

जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के एकता विहार स्थित शिव कुटीर ट्रस्ट में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन भगवान अवतार का वर्णन किया गया।

शिव चैतन्य महाराज महाराज ने भ्कहा कि जब संसार में पापाचार, अत्याचार बढ़ जाता है। तो धर्म की रक्षा करने व दुष्टों को दंड देने के लिए भगवान अलग-अलग युगों में विभिन्न रूपों में अवतार लेते है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का निर्गुण ब्रह्मा ही सगुन साकार रूप धारण कर भक्तों की रक्षा करता है। यद्यपि भगवान अजन्मा है अरूप एवं सर्व व्यापक है। अपना माया के द्वारा ही रूप ग्रहण करते है। इसमें श्रद्धालुओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया व भागवत कथा का आनंद उठाया। शिव चैतन्य महाराज ने कथा सुनाते हुए कहा कि भागवत सुनने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते है। भगवान का सिमरन करना चाहिए। चरित्र व आचरण से ही मनुष्य की पहचान होती है। उन्होंने श्रद्धालुओं से समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने का आह्वान किया। इस मौके पर राजेंद्र, नरेंद्र आहूजा, विनोद अग्रवाल, आनंद कुमार, पंडित सतीश शांडिल्य, बंत राम, प्रवीण साहनी, सतपाल सभरवाल आदि मौजूद थे।

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