नासा ने पहली बार मंगल पर मौसमी धूल भरे तूफान का किया खुलासा

दशकों से मंगल ग्रह के धूल भरे तूफान को समझने के लिए तस्वीरों के आधार पर शोध किया जा रहा था,लेकिन इसकी स्पष्ट तस्वीर मंगल ग्रह के वातावरण के तापमान के विश्लेषण के बाद ही बनी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 14 Jun 2016 04:50 PM (IST) Updated:Tue, 14 Jun 2016 05:06 PM (IST)
नासा ने पहली बार मंगल पर मौसमी धूल भरे तूफान का किया खुलासा

न्यूयार्क ।नासा के मार्स आर्बिटर ने पहली बार लाल ग्रह पर मौसमी धूल भरे तूफान का खुलासा किया है। वैज्ञानोकों के इस खुलासे से उऩ्हें भविष्य के रोबोटिक या मानव मिशन के मद्देनजर संभावित खतरनाक घटना को भांपने में मदद मिलेगी।

आपको बता दें कि दशकों से मंगल ग्रह के धूल भरे तूफान के पैटर्न को समझने के लिए तस्वीरों के आधार पर शोध किया जा रहा था, लेकिन इसकी स्पष्ट तस्वीर मंगल ग्रह के वातावरण के तापमान के विश्लेषण के बाद ही बनी। प्रमुख शोधार्थी नासा के कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के डेविड कास के मुताबिक जब हम धूल की तस्वीरों के अलावा वहां तापमान की संचरना को देखते हैं तो हमें अंतिम रूप से पता चलता है कि मंगल की विशाल धूल भरी आंधी में कुछ नियमितता है।

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यह शोध जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स नाम के जर्नल में प्रकाशित किया गया है। शोध के मुताबिक नासा के मार्स ऑर्बिटर द्वारा रिकार्ड किए गए तापमान से तीन तरह के विशाल क्षेत्रीय धूल भरे तूफान के पैटर्न का पता चलता है, जो दक्षिणी गोलार्ध के वसंत और गर्मियों के दौरान हर साल एक क्रम में आते हैं। मंगल का एक साल धरती के दो सालों के बराबर होता है। कास आगे बताते हैं कि मंगल की क्षेत्रीय धूल भरी आंधी के पैटर्न को समझने के बाद अब हम वहां के वायुमंडल के मौलिक गुणों को नियंत्रित करने वाले कारकों को समझने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गए हैं।

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