मंगल पर जीवन की उम्मीदें बढ़ी

मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना बढ़ गई है। लाल ग्रह की सतह पर जल के द्रवित अवस्था में मौजूद होने की संकेत मिले हैं। मंगल की खाक छान रहे नासा के क्यूरोसिटी रोवर से मिले नए आंकड़ों के मुताबिक इस ग्रह की सतह के नीचे पानी हो सकता है।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Thu, 16 Apr 2015 10:32 AM (IST) Updated:Thu, 16 Apr 2015 10:37 AM (IST)
मंगल पर जीवन की उम्मीदें बढ़ी

लंदन। मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना बढ़ गई है। लाल ग्रह की सतह पर जल के द्रवित अवस्था में मौजूद होने की संकेत मिले हैं। मंगल की खाक छान रहे नासा के क्यूरोसिटी रोवर से मिले नए आंकड़ों के मुताबिक इस ग्रह की सतह के नीचे पानी हो सकता है।

विज्ञान पत्रिका नेचर में प्रकाशित शोध में यह दावा किया गया है। वैज्ञानिक लंबे समय से मानते आए हैं कि मंगल पर ठोस अवस्था में (बर्फ के रूप में) पानी मौजूद है। शोध से जुड़े और कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के नील बोर संस्थान में मार्स ग्रुप के प्रमुख मोर्टन बो मेडसन ने बताया कि मंगल की मिट्टी में कैल्शियम परक्लोरेट पाया गया है, जो वातावरण में मौजूद वाष्प को सोखता है।

उन्होंने बताया कि क्यूरोसिटी रोवर के मौसम निगरानी केंद्र के आंकड़ों से पता चला है कि मंगल में वाष्प की परिस्थितियां सर्दियों में रात को और सूर्योदय के तुरंत बाद रहती है। सतह से करीब 1.6 मीटर की ऊंचाई और सतह पर आद्र्रता और तापमान के आधार पर वाष्प सोखने का अनुमान लगाया गया है। रात के समय वातावरण में मौजूद कुछ जलवाष्प पाले के रूप में सतह पर जम जाता है।

कैल्शियम परक्लोरेट इसे सोख लेता है और इस तरह यह नमकीन पानी बन जाता है। इससे जमाव बिंदु गिर जाता है और पाला पानी में बदल जाता है। मेडसन ने बताया कि मंगल की मिट्टïी भुरभुरी है और पानी आसानी से इसमें समा जाता है। मिट्टी में मौजूद दूसरे लवण भी पानी सोखकर तरल बन जाते हैं।

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